Home » Posts tagged "Hindi Essay" (Page 246)

Hindi Essay on “Mere Adarsh Adhyapak” , ” मेरा आदर्श अध्यायक” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

मेरा आदर्श अध्यायक मेरे आदर्श अध्यायक – बचपन से अब तक मैं अनेक अध्यापकों के संपर्क में आया हूं | प्राय: सभी ने मुझे प्रभावित किआ है | परंतु जब मैं अपने आदर्श अध्यापक की खोज करने निकलता हूँ तो मुझे श्री विजयेंद्र जैन का स्मरण ही आता है |       परम स्न्नेही – विजयेंद्र जैन की सबसे बड़ी खूबी यही थी कि वे सब विदेयार्थों से मित्रवत स्नेह रखते थे...
Continue reading »

Hindi Essay on “Adarsh Vidyarthi” , ” आदर्श विद्यार्थी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
आदर्श विद्यार्थी Adarsh Vidyarthi Essay No. 01        अर्थ – ‘विद्यार्थी’ का अर्थ है –’ विद्या  प्राप्त करने वाला | ‘ किसी भी प्रकार की विद्या या कला या शास्त्र शीखने में लगा हुआ व्यक्ति विद्यार्थी है |        विद्यार्थी’ के गुण – विद्यार्थी का पहला और सबसे आवश्यक गुण है – जिज्ञासा | जिसे कुछ जानने की इच्छा ही न हो, उसे कुछ भी पढ़ाना व्यर्थ होता है | जिज्ञासा-शून्य...
Continue reading »

Hindi Essay on “Bharatiya Gav aur Mahanagar” , ” भारतीय गाँव और महानगर ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

भारतीय गाँव और महानगर नगर और गाँव की तुलना – भारतीय गाँव महानगर में वही संबंध होते है, जो सीधे-सादे बूढ़े बाप और उनकी अल्ट्रा माडर्न संतान में होता है | गाँव शहरों की सींचते हैं, उने धन, श्रम, माल देते है ; परंतु शहर फिर भी गाँव की और ताकते तक भी नहीं |        गाँव के सुख – भारत की अधिकांश जनता गाँव में रहकर  खेती करती है |...
Continue reading »

Hindi Essay on “Bharatiya Kisan” , ” भारतीय किसान ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

भारतीय किसान        कृषक-संस्कृति – गाँधी जी कहा करते थे –“भारत की संस्कृति कृषक-संस्कृति है —– भारत का ह्रदय गाँवों में बसता है | गाँवों में ही सेवा और परिश्रम के अवतार किसान बसते हैं |  ये किसान नगर्वसियों के अन्नदाता हैं, सृष्टिपालक हैं |”        सादगी को महत्व – भारतीय किसान सीधा-सादा जीवन-यापन करता है | सादगी का यह गुण उसके तन से ही नहीं, मन से भी झलकता है...
Continue reading »

Hindi Essay on “Bharatiya Majdoor” , ” भारतीय मज़दूर” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

भारतीय मज़दूर        भारतीय मज़दूर का चित्र – दुख, दरिद्रता, भूख, आभाव, कष्ट, मज़बूरी, शोषण और अथक परिश्रम-इन सबको मिलां दे तो भारतीय मज़दूर की तस्वीर उभर आती है |        भारतीय मज़दूर की मज़बूरी – कोई प्राणी खुश होकर मज़दूर नहीं बनता | भारतीय मज़दूर तो और भी विवश है | उसका इतना अधिक शोषण होता है की वे मुश्किल से दो वक्त का भोजन कर पते हैं | भारत...
Continue reading »

Hindi Essay on “Bharat Ki Rajdhani” , ” भारत की राजधानी ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

भारत की राजधानी दिल्ली-महत्वपूरण नगर – भारत की राजधानी दिल्ली को लोग ‘भारत का दिल’ कहते हैं | भारत की राजधानी अनेक समस्याओं, संस्कृतियों, युगों, बोलीओं, जीवन-सत्रों का संगम है और पुरे भारत की धड़कन है |        सम्पूर्ण भारत की प्रतिनिधि – दिल्ली में हर प्रदेश, प्रांत, जिले, नगर, बोली, भाषा, धर्म, संस्कृति, कला और ज्ञान का संगम मिल जाएगा | एक प्रकार से दिल्ली में पुरे भारत के दर्शन...
Continue reading »

Hindi Essay on “Gantantra Divas” , ” गणतंत्र दिवस ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

गणतंत्र दिवस        गणतंत्र दिवस का अर्थ – हम 26 जनवरी का दिन समूचे भारत के लिए राष्र्टीय उल्लास का संविधान बनकर लागु हुआ | भारत ने अपने देश में ‘राजतंत्र’ की बजाय ‘गणतंत्र’ लागु किया | इसलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कहा जाता है |        राष्ट्रीय उल्लास का दिन – 26 जनवरी का दिल समूचे भारत के लिए राष्ट्रीय उल्लास का दिन माना जाता है | इस दिन...
Continue reading »

Hindi Essay on “Rashtriya Ekta” , ” राष्ट्रीय एकता ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
राष्ट्रीय एकता Best 4 Essay ” Rashtriya Ekta” निबंध नंबर : 01    एकता में बल है – हिंदी के कहानीकार सुदर्शन लिखते है – “ओस की बूंद से चिड़िया भी नहीं भीगती किंतु मेंह से हाथी भी भीग जाता है | मेंह बहुत कुछ कर सकता है |” शक्ति के लिए एकता आवश्यक है | विखराव या अलगाव शक्ति को कर करते है तथा ‘एकता’ उसे मज़बूत करती है |...
Continue reading »