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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 246)
मेरा आदर्श अध्यायक मेरे आदर्श अध्यायक – बचपन से अब तक मैं अनेक अध्यापकों के संपर्क में आया हूं | प्राय: सभी ने मुझे प्रभावित किआ है | परंतु जब मैं अपने आदर्श अध्यापक की खोज करने निकलता हूँ तो मुझे श्री विजयेंद्र जैन का स्मरण ही आता है | परम स्न्नेही – विजयेंद्र जैन की सबसे बड़ी खूबी यही थी कि वे सब विदेयार्थों से मित्रवत स्नेह रखते थे...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
आदर्श विद्यार्थी Adarsh Vidyarthi Essay No. 01 अर्थ – ‘विद्यार्थी’ का अर्थ है –’ विद्या प्राप्त करने वाला | ‘ किसी भी प्रकार की विद्या या कला या शास्त्र शीखने में लगा हुआ व्यक्ति विद्यार्थी है | विद्यार्थी’ के गुण – विद्यार्थी का पहला और सबसे आवश्यक गुण है – जिज्ञासा | जिसे कुछ जानने की इच्छा ही न हो, उसे कुछ भी पढ़ाना व्यर्थ होता है | जिज्ञासा-शून्य...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages9 Comments
भारतीय गाँव और महानगर नगर और गाँव की तुलना – भारतीय गाँव महानगर में वही संबंध होते है, जो सीधे-सादे बूढ़े बाप और उनकी अल्ट्रा माडर्न संतान में होता है | गाँव शहरों की सींचते हैं, उने धन, श्रम, माल देते है ; परंतु शहर फिर भी गाँव की और ताकते तक भी नहीं | गाँव के सुख – भारत की अधिकांश जनता गाँव में रहकर खेती करती है |...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय किसान कृषक-संस्कृति – गाँधी जी कहा करते थे –“भारत की संस्कृति कृषक-संस्कृति है —– भारत का ह्रदय गाँवों में बसता है | गाँवों में ही सेवा और परिश्रम के अवतार किसान बसते हैं | ये किसान नगर्वसियों के अन्नदाता हैं, सृष्टिपालक हैं |” सादगी को महत्व – भारतीय किसान सीधा-सादा जीवन-यापन करता है | सादगी का यह गुण उसके तन से ही नहीं, मन से भी झलकता है...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय मज़दूर भारतीय मज़दूर का चित्र – दुख, दरिद्रता, भूख, आभाव, कष्ट, मज़बूरी, शोषण और अथक परिश्रम-इन सबको मिलां दे तो भारतीय मज़दूर की तस्वीर उभर आती है | भारतीय मज़दूर की मज़बूरी – कोई प्राणी खुश होकर मज़दूर नहीं बनता | भारतीय मज़दूर तो और भी विवश है | उसका इतना अधिक शोषण होता है की वे मुश्किल से दो वक्त का भोजन कर पते हैं | भारत...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages2 Comments
भारत की राजधानी दिल्ली-महत्वपूरण नगर – भारत की राजधानी दिल्ली को लोग ‘भारत का दिल’ कहते हैं | भारत की राजधानी अनेक समस्याओं, संस्कृतियों, युगों, बोलीओं, जीवन-सत्रों का संगम है और पुरे भारत की धड़कन है | सम्पूर्ण भारत की प्रतिनिधि – दिल्ली में हर प्रदेश, प्रांत, जिले, नगर, बोली, भाषा, धर्म, संस्कृति, कला और ज्ञान का संगम मिल जाएगा | एक प्रकार से दिल्ली में पुरे भारत के दर्शन...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
गणतंत्र दिवस गणतंत्र दिवस का अर्थ – हम 26 जनवरी का दिन समूचे भारत के लिए राष्र्टीय उल्लास का संविधान बनकर लागु हुआ | भारत ने अपने देश में ‘राजतंत्र’ की बजाय ‘गणतंत्र’ लागु किया | इसलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कहा जाता है | राष्ट्रीय उल्लास का दिन – 26 जनवरी का दिल समूचे भारत के लिए राष्ट्रीय उल्लास का दिन माना जाता है | इस दिन...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
राष्ट्रीय एकता Best 4 Essay ” Rashtriya Ekta” निबंध नंबर : 01 एकता में बल है – हिंदी के कहानीकार सुदर्शन लिखते है – “ओस की बूंद से चिड़िया भी नहीं भीगती किंतु मेंह से हाथी भी भीग जाता है | मेंह बहुत कुछ कर सकता है |” शक्ति के लिए एकता आवश्यक है | विखराव या अलगाव शक्ति को कर करते है तथा ‘एकता’ उसे मज़बूत करती है |...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages12 Comments