Home » Languages » Archive by category "Hindi (Sr. Secondary)" (Page 298)

Hindi Essay on “Vigyan Vardan Ya Abhishap” , ” विज्ञान वरदान है या अभिशाप ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

vigyan-vardan-ya-abhip-essay
विज्ञान वरदान है या अभिशाप Vigyan Vardan hai ya Abhishap Top 10 Essays on “Vigyan Vardan ya Abhishap” निबंध नंबर : 01  आधुनिक युग विज्ञान का युग है | विज्ञान का मुख्य पहलू , लक्ष्य, उद्देश्य और गन्तव्य मानव जीवन के लिए तरह – तरह के साधन जुटाकर उसे सुख – सुविधाओं और सम्पन्नता के वरदानो से भर देना है | परन्तु यह मानव के स्वभाव और व्यवहार पर निर्भर करता...
Continue reading »

Hindi Essay on “Football Match” , ” फुटबाल मैच ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
फुटबाल मैच का आँखों देखा हाल निबंध नंबर : 01 फुटबाल एक अन्तर्राष्टीय स्तर का खेल है जब विश्व के किसी भी कोने में इनका मैच चल रहा होता है तो साड़ी दुनिया के खेल – प्रेमियों के सिरों पर एक तरह का भुत या पागलपन – सा सवार हो जाया करता है | घर – बाहर , दफ्तर – दूकान , बस में हो या बाजार में , सिवाए इनकी...
Continue reading »

Hindi Essay on “Cricket Match” , ” क्रिकेट मैच ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
क्रिकेट का एक मैच Cricket Match  5 Best Essay on “Cricket Match” निबंध नंबर : 01 क्रिकेट भारत का एक अत्यन्त लोकप्रिय खेल है | संसार के जिन देशो में क्रिकेट खेला जाता है उनमे भारत एक प्रमुख देश है | भारत में यह खेल बहुत वर्षो से खेला जाता रहा है | सन 1928 में भारत की पहली क्रिकेट –टीम इंग्लैण्ड का दौरा करने गई थी | आजकल  क्रिकेट  का...
Continue reading »

Hindi Essay on “Rupaye Ki Atam Katha” , ” रुपए की आत्मकथा” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

रुपए की आत्मकथा मै रुपया हूँ | मै पृथ्वी माता की सन्तान हूँ | मेरी जन्म भूमि अमेरिका में मैकिसको है | मेरे भाई बन्धुओ में ताँबा, शीशा तथा जस्ता आदि है | वर्षो तक मै अपने इन आत्मीयजनो के साथ माता की गोद में सुख- चैन की नीद सोता रहा हूँ | एक दिन सहसा श्रमिको तथा मशीनों की सहायता से मेरा भर खोदा जाने लगा | उस समय मै...
Continue reading »

Hindi Essay on “Nadi Ki Atamkatha” , ” नदी की आत्मकथा ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
नदी की आत्मकथा निबंध नंबर : 01 मै नदी हूँ | मेरे कितने ही नाम है जैसे नदी , नहर , सरिता , प्रवाहिनी , तटिनी, क्षिप्रा आदि | ये सभी नाम मेरी गति के आधार पर रखे गए है | सर- सर कर चलती रहने के कारण मुझे सरिता कहा जाता है | सतत प्रवाहमयी होने के कारण मुझे प्रवाहिनी कहा गया है | इसी प्रकार दो तटो के बीच...
Continue reading »

Hindi Essay on “Pustak Ki Atam Katha” , ” पुस्तक की आत्मकथा ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
पुस्तक की आत्मकथा निबंध नंबर : 01 वर्तमान में मै एक पुस्तक हूँ | मुझे पाकर मानो मानव ने एक अमर निधि प्राप्त कर ली है | मै उसे सदा ज्ञान – विचारो का दान देती रहती हूँ | मुझे आज ज्ञान – विज्ञान और समझदारी का , आनन्द और मनोरंजन का खजाना माना जाता है | परन्तु आदर – मान की यह स्थिति मुझे एकाएक या सरलता से नही मिल...
Continue reading »

Hindi Essay on “Chai ki Atam Katha” , ”चाय की आत्मकथा” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

चाय की आत्मकथा मै ‘चाय’ आज के युग की अमर देंन  हूँ | मै आज सारे विश्व में व्यापित हूँ | आधुनिक पेय पदार्थो में मेरा विशेष स्थान है | मेरे मन में किसी के प्रति लेशमात्र भी भेदभाव नही | मै सभी को समान स्फूर्ति प्रदान करती हूँ | बड़े – बड़े होटलों और भवनों से लेकर छोटी-छोटी झोपड़ियो तक मेरी पहुँच है | शादी – विवाह व स्वागत समारोहों...
Continue reading »

Hindi Essay on “Sainik Ki Aatam Katha ” , ” सैनिक की आत्मकथा” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
सैनिक की आत्मकथा Sainik ki Aatam Katha कुल 4 निबंध  निबंध नंबर : 01 मै एक सैनिक हूँ | मेरा नाम बलवन्त सिह है | मै हरियाणा प्रान्त के एक गाँव पौलंगी का रहने वाला हूँ | मेरे पूर्वज शौर्य के प्रतीक थे | वे भी मिलिट्री के जवान रह चुके है | बचपन में मै उनके शौर्य तथा बलिदान की गाथा सुनता रहता था | उनकी इन शौर्य –गाथाओ को...
Continue reading »