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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 204)
भ्रष्टाचार भ्रष्टाचार का अर्थ है भ्रष्ट आचार अर्थात बिगड़ा हुआ आचरण या कार्य | नीति न्याय, सत्य तथा ईमानदारी आदि की उपेक्षा करके स्वार्थवश किए हुए सभी कार्य भ्रष्टाचार में गिने जाते है | भ्रष्टाचार के जन्मदाता है स्वार्थलिप्सा और भौतिक ऐश्वर्य | अधिक धन की प्राप्ति के उद्देश्य से लोग भ्रष्टाचार का सहारा लेते है | आज लोग इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए इन निम्न प्रकार के कार्यो का...
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February 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
निरक्षरता – एक अभिशाप Niraksharta Ek Abhishap निबंध नंबर : 01 निरक्षरता का सामान्य अर्थ है – अक्षरों की पहचान तक न होना | निरक्षर व्यक्ति के लिए तो काला अक्षर ‘भैस बराबर’ होता है | जो व्यक्ति पढना- लिखना एकदम नही जानता , अपना नाम तक नही पढ़-लिख सकता , सामने लिखी संख्या तक को नही पहचान सकता है | उसे निरक्षर कहा जाता है | निरक्षर व्यक्ति न तो...
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February 5, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
साम्प्रदायिकता अथवा भारत में साम्प्रदायिकता सम्प्रदाय से अभिप्राय एक ऐसा जन –समूह है जो एक भगवान या देवी- देवता – सम्बन्धी किसी एक ही प्रकार की पूजा – पद्धति पर विशवास रखता हो | उसका औपचारिक स्तर पर आचरण और व्यवहार भी एक जैसा ही हो | यह भी एक पौराणिक एव ऐतिहासिक तथ्य है कि आरम्भ से ही इस प्रथ्वी पर कई – कई सम्प्रदाय एक साथ अपने मतो का...
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February 5, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
शराब बंदी मद्द-निषेध से तात्पर्य है मद्द अथवा मदिरा के पिने पर रोक लगाना | भारत जैसे निर्धन देश में जहाँ मदिरापान करना एक विलासिता है, मद्द निषेध अत्यन्त आवश्यक है | यद्दपि मद्दपान आधुनिक समाज के लिए अनिवार्य – सा बन गया है परन्तु फिर भी इसके अनेक दुष्प्रभाव है | मद्दपान धन के अपव्यय का कारण तो बनता ही है साथ ही स्वास्थ्य का भी नाश कर दिया करता...
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February 5, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages3 Comments
मिलावट – एक महारोग मिलावट से अभिप्राय है कि प्राकृतिक तत्वों व पदार्थो में बाहरी , बनावटी या अन्य प्रकार के तत्त्वों व् पदार्थो का मिश्रण कर देना | यह घृणित कार्य स्वार्थी स्वभाव वाले व्यापारी वर्ग से सम्बन्धित लोगो का है जो अधिक से –अधिक मुनाफा कमा कर रातो- रात धनवान बन जाना चाहते है | ऐसे कार्यो का दुष्परिणाम कितना घातक व कितना जान – लेवा तक हो सकता...
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February 5, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
महानगर की समस्याएँ छोटी बस्तियाँ फैलकर गाँव , गाँव फैलकर कस्बे , कस्बे-नगर तथा नगर-महानगर में परिवर्तित हो जाया करते है , ऐसा प्रकृति का नियम है | परन्तु जब से देश के ग्रामीण उद्दोग –धन्धे नष्टप्राय: होने लगे तो नगरो तथा महानगरो का विकास प्रारम्भ होने लगा | तभी से वास्तव में महानगरीय जीवन समस्या –प्रधान बनने लगा | ग्राम- व्यवस्था के चरमराने के उपरान्त नगरो –महानगरो पर सबसे पहले...
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February 5, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
आरक्षण Aarakshan निबंध नंबर : 01 ‘आरक्षण’ शब्द और उसका अर्थ यद्दपि नया और अपरिचित नही है तो भी पिछले कुछ वर्षो से इसको लेकर समाज में जो बावेला मच रहा है , उससे तो ऐसा लगता है जैसे यह कोई नया और महत्त्वपूर्ण शब्द है | ‘आरक्षण’ का सामान्य अर्थ है – अपने या किसी के लिए, स्थान सुरक्षित करना –कराना | संविधान में इसका अभिप्राय है कि जो लोग...
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February 5, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
निबंध नंबर : 01 कश्मीर समस्या कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है | इस राज्य का हमारे देश में विधिवत विलय हुआ था | परन्तु पाकिस्तान ने भारत पर पाँच बार आक्रमण किया और कश्मीर को छिनने का प्रयास किया | पाकिस्तान हर बार असफल रहा | कारगिल युद्ध ने पाकिस्तान को सबक तो सिखाया परन्तु वह कश्मीर को हथियाने का प्रयास अपनी आतंकवादी गतिविधियों जैसे हत्या ,विस्फोट आदि के जरिये...
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February 5, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment