Hindi Short Story “Avyashyakta hi Avishkar ki Janani hai”, “आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है” Hindi Laghu Katha for Class 9, Class 10 and Class 12.
आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है
यह कहावत यह बताती है कि हमारी आवश्यकताओं के कारण ही नई चीजों का आविष्कार होता है। यदि हमें किसी चीज़ की ज़रूरत होती है तो हम अपने सभी साधन उसे ढूंढने में लगा देते हैं। पुराने समय में इंसान जंगलों में रहता था। खुद को जंगली जानवरों से बचाने के लिए उसने गुफाओं में रहना शुरू किया। पका हुआ भोजन खाने के लिए आग का आविष्कार हुआ। जानवरों का शिकार करने के लिए हथियारों का निर्माण किया गया। धीरेधीरे उसे दूसरे प्रकार के भोजन की आवश्यकता महसूस हुई। उसने यह जाना कि जिस धरती पर वह रहता है, वह उसे बहुत कुछ दे सकती है। उसने खेतीबाड़ी करनी शुरू कर दी जिससे खेतीबाड़ी की कला का जन्म हुआ। इस तरह जब उसने एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के बारे में सोचा तो उसने पहिए का आविष्कार किया। इस तरह धीरे-धीरे रेलवे, कार, बसें तथा हवाईजहाज़ों का निर्माण हुआ। जब मनोरंजन तथा दूर-संचार की ज़रूरत महसूस हुई तो वैज्ञानिकों ने रेडियो, टेलीविज़न तथा सिनेमा का निर्माण किया। यह आविष्कारों का अंत नहीं है। आविष्कार तब तक होते रहेंगे जब तक चीजों की आवश्यकता पड़ती रहेगी।