Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Shakuntala Devi” , ”शकुंतला देवी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
शकुंतला देवी
Shakuntala Devi
भारत : मानव कंप्यूटर
भारत की शकुंतला देवी विश्व के उन दुर्लभ चरित्रों में से एक हैं, जो कुछ असाधारण और हैरतअंगेज विशेषताएं लेकर उत्पन्न होते हैं। शकुंतला देवी बचपन से ही गणित के कठिन से कठिन सवाल चुटकी बजाते ही हल करने लगी थीं। इसलिए उनके पिता ने उन्हें शिक्षा दिलाने की आवश्यकता महसूस नहीं की। उल्टे शकुंतला की अलौकिक प्रतिभा का स्थान-स्थान पर जाकर प्रदर्शन करना प्रारंभ कर दिया। इससे शकुंतला की ख्याति चारों ओर फैली। आज वह दुनिया की महान गणितज्ञ मानी जाती हैं।
शकुंतला देवी को बी.बी.सी. ने लंदन आमंत्रित कर उनके कार्यक्रम को टेलीविजन पर – प्रसारित किया। इसके बाद कई देशों में उनकी प्रतिभा का प्रदर्शन हुआ। जगह-जगह उनसे ऐसे जटिल सवाल पूछे जाने लगे, जिनके उत्तर आम तौर पर कंप्यूटर द्वारा ही दिए जा सकते हैं। लेकिन शकुंतला इन सवालों का जबाव तुरंत अपने मस्तिष्क से दे देती। इसलिए उन्हें ‘मानव कंप्यूटर’ कहा जाने लगा। उन्हें ‘गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी स्थान मिला है।
18 जून, 1980 को लंदन में शकुंतला देवी ने 13 अंकों वाली दो संख्याओं का गुणनफल मात्र 28 सेकंड में निकाल दिया था। संख्या थी – 1894766817799 और 5426462773730। यह सवाल उनसे इंपीरियल कॉलेज के कंप्यूटर विभाग द्वारा अकस्मात् पूछा गया था। इससे पूर्व सन् 1976 में उन्होंने अमरीका में कई जटिलतम सवालों के उत्तर पलक झपकते ही प्रस्तुत कर वैज्ञानिकों को आश्चर्यचकित कर दिया था। आज उनके कंप्यूटर-मस्तिष्क का जबाव नहीं है। अब वह गणित के साथ ज्योतिष में भी अपनी विलक्षण प्रतिभा का उपयोग कर रही हैं।