Hindi Essay on “Yatayat ke Pramukh Sadhan” , ”यातायात के प्रमुख साधन” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
यातायात के प्रमुख साधन
Yatayat ke Pramukh Sadhan
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। नए-नए संबंध स्थापित करना, देशाटन पर जाना, नवीनतम की खोज करना आदि की प्रवृत्ति उसमें सदैव से ही रही है। उसकी इन्हीं इच्छाओं व आकाक्षाओं ने विश्व में असंभव लगने वाले अनेक कार्योंे को संभव कर दिखाया है। यातायात के नवीनतम साधन किसी आश्चर्य से कम नहीं हैं जिनके माध्यम से आज मनुष्य महीनांे तथा वर्षों में तय की जाने वाली दूरी को कुछ ही घंटों या दिनों मे पूरा कर लेता है।
आदिकाल में मनुष्य के पास यातायात के साधन नहीं थे। पंरतु धीरे-धीरे सभ्यता के विकास के साथ उसे आवागमन के कुछ आसान उपायांे की आवश्यकता महसूस हुई। उसकी इन्हीं आवश्यकताओं ने उसे आवागमन के लिए पशुओं का उपयोग करना सिखाया। उसने समय और स्थान के साथ घोड़ों, हाथियों, ऊँटों आदि का प्रयोग किए जाते हैं। गाँवों में जहाँ कच्चे सड़कें व पगडंडियाँ है वहाँ आज भी घोड़ों व बैलों आदि का प्रयोग होता है।
कालातंर मंे विज्ञान के माध्यम से मनुष्य ने यातायात के लिए अनुपम साधनों की खोज की जिसने आवागमन को अप्रत्याशित रूप से सरल व सुगम बना दिया है। यातायात के आधुनिकतम साधनों ने विश्व की सीमाओं को अति सीमित कर दिया है। रेलगाड़ी, मोटरकार, बस, हवाई जहाज आदि के माध्यम से बहुत कम समय में ही लंबी दूरी तय की जा सकती है।
भाप के इंजन के आविष्कार ने यातायात के क्षेत्र में क्रांति ला दी थी। आज रेलगाड़ी के द्वारा हजारों लोग एक समय में ही एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा करते हैं। भाप तथा डीजल के इंजन के अतिरिक्त आज अनेकों विद्युतचलित रेलगाड़ियाँ हैं। जापान जैसे विकसित देशों में तो ऐसी भी रेलगाड़ियाँ उपलब्ध हैं जिनकी गति 200 कि0मी0 प्रति घंटा से भी अधिक है। गति के साथ-साथ इन गाड़ियों में वातानुकुलित डिब्बे व खान-पान जैसी सभी सुख-सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं बस की यात्रा करना प्राचीनकाल की तुलना में सुरक्षा से परिपूर्ण है। अब यात्रा में पूर्व की भाँति भय वाली बात नहीं रह गई है।
हवाई जहाज ने तो यात्रा को और भी अधिक सुखद व त्रीव बना दिया है। आज हम आकाश की उड़ान भर सकते हैं तथा बहुत ही कम समय में एक शहर से दूसरे शहर तक पहुँच सकते हैं। हवाई जहाज के द्वारा हम एक हजार किमी0 या इससे भी अधिक की दूरी की मात्र एक-दो घंटे मंे तय कर सकते हैं। इसमें यात्रा इतनी सुखद व आरामदायक होती है कि हमें थकान का आभास ही नहीं होने पाता है।
इसके अतिरिक्त जल मार्ग द्वारा समुद्री जहाज में यात्रा करने का रोमांच भी अपने आप में अद्वितीय है। समुद्री लहरों को चीरता हुआ समुद्री जहाज मानव की विजय गाथा को स्वंय कहता है। शहरों में साइकिल अथवा रिक्शें में चलना भी अनेक लोगों के लिए कम रोमांचकारी नहीं है। ये यातायात के सबसे सस्ते साधन हैं। इसके अतिरिक्त दुपहिया वाहनों मंे स्कूटर, मोटरसाईकिल, मोपेड आदि अत्यंत प्रचलित हैं जो एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में मनुष्य का कीमती समय व धन की बचत करते हैं। चार पहिए के साधनों मे आज विभिन्न माॅडलों व रंगों की कारें उपलब्ध हैं जिनमें आराम के साथ ही साथ सुखद सामग्री उपलब्ध होती है।
निस्संदेह विमान जैसे यातायात के नवीनतम साधनों को विकसित कर मनुष्य ने यात्रा को अत्यंत सुखद व रोमांचकारी बना दिया है। यात्रा में लगने वाले वर्षों के समय को उसने दिनों व घंटों में सीमित कर दिया है। यातायात के नवीनतम साधनों ने विश्व को एक छोटे से गाँव के रूप में परिवर्तित कर दिया है। आज हमें वास्तविक दूरी का आभास ही नहीं होता है।