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Ek Bus Chalak ki Atmakatha “एक बस चालक की आत्मकथा ” Complete Hindi Essay, Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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एक बस चालक की आत्मकथा हम सब बस चालक को जानते हैं, जो हमारे लिए बस चलाता है। वह आमतौर पर चुस्त और जागरुक होता है। उसकी आँखें तीक्ष्ण होती हैं। वह ध्यान से चलाता है ताकि दुर्घटना नहीं हो। वह लोगों को उनके कर्मस्थल या नियत स्थान पर पहुँचने में मदद करता है। वह बहुत ही उपयोगी जन सेवा करता है। उसे बस समय पर चलानी होती है। लोग ट्रेन...
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Ek Pheri Wale ki Atmakatha “एक फेरी वाले की आत्मकथा ” Complete Hindi Essay, Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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एक फेरी वाले की आत्मकथा फेरी वाला एक परिचित व्यक्ति है। वह चलती फिरती दुकान है। वह प्रतिदिन में इस्तेमाल होने वाली चीज़ें घूम कर बेचता है। वह उन्हें टोकरी में डाल कर अपने सिर पर रखकर या एक रेड़ी में रख कर हाथों से खींचता है। वह एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हुए आवाज़े लगाता है। फेरी वाले अलग-अलग तरह के होते हैं। कुछ ऐसे हैं जो कस्बे-से-कस्बे...
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Ek Kuli ki Aatmakatha “एक कुली की आत्मकथा ” Complete Hindi Essay, Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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एक कुली की आत्मकथा  रेलवे स्टेशन पर हमें कुली या बोझा ढोने वाले लाल कमीज़ और सफेद पैन्ट या धोती में मिलते हैं। कुली को हम सब अच्छी तरह पहचानते हैं। वह हमारा सामान उस गाड़ी में पहुँचाता है जिस में हमने चढ़ना होता है। वह इस काम के पैसे पाता है। उसका मेहताना निश्चित होता है। कई कुली यात्रियों का सामान स्टेशन से बाहर लेकर जाते हैं। वह बहुत ही...
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Mere School ka Chaprasi “मेरे स्कूल का चपरासी” Complete Hindi Essay, Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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मेरे स्कूल का चपरासी या स्कूल का चपरासी हमारे स्कूल में केवल एक ही चपरासी है। उसका नाम प्रेम कुमार है। वह पैन्तीस साल का जवान आदमी है। वह लम्बा और बलवान है। वह जागरुक है। वह हमेशा मुस्कराता रहता है। वह साफ वस्त्र पहनता है। विद्यालय में सब उसे जानते हैं। वह कर्त्तव्य परायण है। वह मुख्याध्यापक के कक्ष के बाहर स्टूल पर बैठता है। वह हर कार्य जो उसे...
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Antarjatiya Vivah “अन्तर्जातीय विवाह” Hindi Essay, Paragraph in 700 Words for Class 10, 12 and competitive Examination.

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अन्तर्जातीय विवाह Antarjatiya Vivah अन्तर्जातीय विवाह को किसी न किसी रूप में प्राचीन काल से ही देखा जा सकता है। गन्धर्व विवाह तथा मुगलों के समय में हिन्दू-मुस्लिम विवाह, राजपूत राजाओं तथा मुस्लिम राजाओं के घरानों में एक प्रथा के रूप में था। वह तो मानता ही पड़ेगा कि विवाह अपने आप में एक सामाजिक संसी है। जनजाति से लेकर आधुनिक समाज के बीच समाज की संस्था तथा स्वरूप भिन्न रहे...
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Bharatiya Sanskriti-Anekta mein Ekta “भारतीय संस्कृति : अनेकता में एकता” Hindi Essay, Paragraph in 1000 Words for Class 10, 12 and competitive Examination.

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भारतीय संस्कृति : अनेकता में एकता Bharatiya Sanskriti-Anekta mein Ekta संस्कृति का अभिप्राय आमतौर पर खान-पान, पहनावा, बोलचाल आदि समझा जाता है। जब किसी त्योहार, मेला या शादी ब्याह में लगे देशी वेशभूषा धारण करते हैं तो उसे संस्कृति का प्रतीक माना जाता है। संस्कृति वह चीज है जो संस्कार करती है। इसकी व्याख्या से स्पष्ट होता है कि मनुष्य को पशु की श्रेणी से ऊपर उठाना ही संस्कार करना है।...
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