Mera Priya Adhyapak “मेरा प्रिय अध्यापक” Complete Hindi Essay, Nibandh for Class 10, 12 and Graduation and other classes.
मेरा प्रिय अध्यापक
या
अध्यापक, जिन्हें मैं सबसे अधिक पसन्द करता हूँ
मैं नौंवी कक्षा में पढ़ता हूँ। मेरी कक्षा में छ: अध्यापक पढ़ाते हैं। वे सभी मेहनती तजुर्बेकार, और दक्ष हैं। उनका हम सब आदर करते हैं। परन्तु श्रीरॉय वे अध्यापक हैं, जो मुझे सब से अधिक पसंद हैं। वे हमें अंग्रेजी पढ़ाते हैं।
वे पैंतीस वर्ष के युवा हैं। वे सम्मानवीय परिवार से आते हैं। वे देखने में अच्छे, स्वस्थ और सुदृढ़ हैं। वे एम.ए. (अंग्रेजी) बी.एड. हैं। वे अपने विषय के पूर्ण माहिर हैं।
वे अंग्रेजी भाषा पढ़ाने के नए तरीकों और उपायों से भली-भान्ति परिचित हैं। उनके पढ़ाने का तरीका बहुत बढ़िया है। हम सब उनका अनुसरण करते हैं। वे बोर्ड की कक्षाओं को भी पढ़ाते हैं। उनका परिणाम बहुत अच्छा आता है। उनकी कक्षा के कई विद्यार्थी श्रेष्ठ अंक या उससे भी अधिक प्राप्त करते हैं। वे कभी देर से नहीं आते। वे हर विद्यार्थी का ग्रह कार्य बड़े ध्यान से देखते हैं। वे अपने विद्यार्थियों को अपना शब्द कोष बढ़ाने के लिए साहित्यिक पुस्तकें पढ़ने के लिए उत्साहित करते हैं।
उनके विचार में समाचारपत्र और पत्रिकाएँ पढ़ना हर विद्यार्थी के लिए अनिवार्य है। ये समझने की शक्ति को बढ़ाता है। वे विद्यार्थियों को अपने व्यक्तित्व और चरित्र के विकास के लिए वाद-विवाद, निबन्ध प्रतियोगिता, कूट प्रतियोगिता और नाटकों में भाग लेने के लिए प्रेरित करते हैं।
वे मेरे प्रिय अध्यापक हैं। उन्हें हमारे विद्यालय में हर कोई पसन्द करता है। और इज़्ज़त करता है। वे गुणवान हैं। उनमें एक आदर्श अध्यापक के सभी गुण हैं। वे दयालु और सहानुभूतिपूर्ण भी हैं। वे एक नग हैं।