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Kasht mere pair, “कष्ट मेरे पैर” Hindi motivational moral story of “Rabindranath Tagore” for students of Class 8, 9, 10, 12.
कष्ट मेरे पैर
Kasht mere pair
गुरूदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर के पैर में एक बार बिच्छू ने काट लिया था। इधर-उधर से जो सुनता दौड़ा चला आता। कई डॉक्टर भी आये लेकिन गुरूदेव शान्त भाव से मुस्करा रहे थे। वेदना का रंचमात्र भी आभास उनके चेहरे पर नहीं था। उनसे जब पूछा गया, “गुरूदेव आपको क्या कष्ट नहीं है ?”
“कष्ट मेरे पैर को है, मुझे नहीं।” सहज उत्तर था।