Hindi Letter “Vayaam ka Mehtav btate huye apne chote bhai ko Patra ”, “व्यायाम का महत्व बताते हुए अपने छोटे भाई को पत्र “ Hindi Letter for Class 10, Class 12 and Graduate Classes.
व्यायाम का महत्व बताते हुए अपने छोटे भाई को पत्र
Vayaam ka Mehtav btate huye apne chote bhai ko Patra
15/11, मसूदाबाद,
अलीगढ़।
दिनांक……………..
प्रिय मित्र,
नमस्ते।
तुम्हारा पत्र पढ़कर मुझे बहुत दुख हुआ कि इन दिनों तुम्हारा स्वास्थ्य खराब है।
मित्र! अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखो। वो कहावत तो तुमने सनी ही होगी “एक तंदरूस्ती, हज़ार नियामत” या “हैल्थ इज़ वैल्थ”। स्वर रहने के लिए तुम प्रतिदिन व्यायात किया करो और सुबह जल्दी उठ पार्क या बगीचे आदि में टहलने जाया करो, क्योंकि प्रात:कालीन व्याया हमें ताज़गी देता है और हमारे तन-मन को चुस्ती-फुर्ती से भर देता है।
इस प्रकार व्यायाम हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी है। यदि तम प्रतिदिन एक घण्टा व्यायाम पर लगाओगे तो अपने स्वास्थ्य में तम्हें शीश ही लाभ दिखाई देगा।
तुम्हारे पत्र के उत्तर की प्रतीक्षा में,
तुम्हारा मित्र,
प्रेम प्रताप