Hindi Letter on “Swachhta Abhiyan ke prati upekshit reveya par sampadak ko patra”, “स्वच्छता अभियान के प्रति उपेक्षित रवैया पर संपादक को पत्र ” ।
स्वच्छता अभियान के प्रति उपेक्षित रवैया पर संपादक को पत्र
परीक्षा भवन
दिल्ली
19.7.2……
सेवा में,
कार्यकारी संपादक
दैनिक नवोदय टाइम्स
नई दिल्ली 11…….
विषय–स्वच्छता अभियान के प्रति उपेक्षित रवैया
महोदय,
मैं आपका ध्यान अपने क्षेत्र के ऐसे लोगों की ओर खींचना चाहता हूँ जो स्वच्छता अभियान के महत्त्व को अस्वीकार करते हैं अथवा कम आँकते हैं। ये लोग सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों का मजाक उड़ाते हैं। गौरतलब है कि हमारे क्षेत्र में घर-घर कूड़ा उठाने के लिए नगर निगम की ओर से वाहन नियुक्त किए हुए हैं। वे प्रतिदिन सात बजे सुबह तक लोगों के घरों के सामने आकर खड़े हो जाने हैं। सभ्य और सफाई पसंद लोग उनमें कूड़ा डालकर अपनी सभ्यता का परिचय देते हैं, पर कहा नेता टाइप और दबंग टाइप के लोग इसके बाद भी अपने घरों का कूड़ा सड़कों और गलियों में फेंक देते हैं। जब उनसे मना किया जाता है तो लड़ने-मरने पर उतारू हो जाते हैं। क्षेत्र का एक बड़ा वर्ग स्वच्छता अभियान के महत्व को समझता है जबकि का विरोधी दलों के नेता और कुछ तथाकथित असामाजिक तत्त्व अपने क्षेत्र में कूड़ा फेंकने में अपनी शान समझते हैं। पुरुष ही नहीं इस अभियान को पलीता लगाने वालों में कुछ सभ्य कही जाने वाली महिलाएं भी शामिल हैं। यह निहायत ही चिंतनीय प्रकरण है। सरकार को ऐसे वर्ग के प्रति सख्ती से निपटना होगा और उन पर दंड की व्यवस्था करनी होगी तभी वे सफाई के महत्त्व का समझ सकेंगे।
भवदीय
सुमेर चंद अग्रवाल
सचिव
मुहल्ला सुधार समिति,
राणा प्रताप बाग दिल्ली।