Hindi Letter “ Pita dwara foreign me naukari kar rahe putra ko patra ”, “पिता द्वारा परदेस में नौकरी कर रहे पुत्र को पत्र “ Hindi Letter for Class 10, Class 12 and Graduate Classes.
पिता द्वारा परदेस में नौकरी कर रहे पुत्र को पत्र लिखना
Pita dwara foreign me naukari kar rahe putra ko patra
3/53, जगदीशपुरा,
आगरा (उ० प्र०)।
दिनांक………………….
प्रिय पुत्र जगदीश,
शुभाशीर्वाद,
तुम्हारा पत्र मिला। यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हुई कि तुम्हारी प्रोन्नति हो गई है और अब तुम मैनेजर बन गए हो। जगदीश, तम्हें हुए दो महीने हो गए। ऐसा लग रहा है, जैसे वर्षों हो गए हैं। तुम्हारी नई नई नौकरी है। इसलिए तुम्हें तो अवकाश मिलेगा नहीं। ऐसा भी अपने पत्र में लिखा था। अतः हमने सोचा है कि हम स्वयं तामा पास आ जाएँ।
पुत्र, हम कल घर से चलेंगे। हम दिल्ली से ताज एक्सप्रेस से आ हम सुबह 11 बजे तक घर आ जाएंगे। कल रविवार है। आशा है. तम घर पर ही मिलोगे, क्योंकि रविवार को तो तुम्हारा साप्ताहिक अवकाश रहता है। प्रिय पुत्र, तुम कहीं जाना मत। हम आ रहे हैं।
शेष कुशल।
तुम्हारे पिताजी,
सूर्य प्रकाश शर्मा