Hindi Essay on “Vote ka Mahatva”, “वोट का महत्त्व” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 7, 8, 9, 10, 12 Students.
वोट का महत्त्व
Vote ka Mahatva
ज्ञान विज्ञान के उजाले में और प्रजातंत्र के युग में रहते हुए भी कई लोग वोट के महत्त्व को जानते ही नहीं या इसे अज्ञानवश महत्त्व ही नहीं देते । वोट केवल कागज़ का टुकड़ा नहीं है बल्कि वह प्रजातन्त्र की रीढ़ की हड्डी है । वोट के अधिकार को पाने के लिए संसार के अनेक देशों में अनेक प्रकार के आन्दोलन और संघर्ष चले हैं ।
अधिकांश भारतवासियों को स्वतन्त्रता के बाद ही वोट देने का अधिकार मिला है। अंग्रेज़ी राज्य के दिनों में गिने चुने लोग ही मतदान के अधिकारी होते थे। वोट के अधिकार ने प्रजातन्त्र में कोई भेदभाव नहीं रहने दिया । वोट की दृष्टि से करोड़पति और फाके काटने वाला बेकार मनुष्य दोनों एक समान हैं। अपनी इच्छा का व्यक्ति चुनने के लिए दोनों ही एक मत देने का समान अधिकार रखते हैं। नोट के लालच या बिरादरी के भ्रम में फंसने वाले नागरिक भी वोट का महत्त्व नहीं पहचानते ।
इस युग में शासनसत्ता अच्छे या बुरे हाथों में सौंप देने का साधन वोट ही है । बिना सोचे समझे वोट देकर अनधिकारी और देश का हित न चाहने वाले लोगों को शासन की बागडोर सौंप देना मानों देश और समाज से शत्रुता करना है तथा अपने ही पांवों पर कुल्हाड़ी मारना है । हमारे देश में अभी भी ऐसे लोगों की कमी नहीं जो मतदान वाले दिन भी घर पर ही बैठे रहते हैं या अपने ही छोटे-छोटे कामों में मस्त रहते हैं । यदि उनसे बात की जाए तो उनका उत्तर होता है ‘हमें क्या लेना देना है इस झगड़े से । कुर्सी पर तो कोई न कोई बैठ ही जाएगा ।’ ऐसे लोग यह सोचते ही नहीं कि वोट न देकर वे केवल अपना बहुत बड़ा और पवित्र अधिकार ही नहीं गंवा रहे अपितु देश के साथ ही विश्वासघात कर रहे हैं। कहीं साठ प्रतिशत मतदान होता है तो कहीं सत्तर प्रतिशत। मज़ा तो तब है जब शत प्रतिशत मतदान हो। जिन देशों के नागरिक वोट का महत्त्व समझते हैं वे वोट देना केवल अपना अधिकार ही नहीं बल्कि प्रजातंत्र के नाते अपना कर्त्तव्य भी मानते हैं। अनेक देशों में अपराधियों से मतदान का अधिकार छीन लिया जाता है, वे देश जानते हैं कि वोट का महत्त्व क्या है ! वोट की शक्ति गोली की शक्ति से कहीं अधिक है। रक्त की एक बूंद बहाए बिना वोट द्वारा चुपचाप राज्य परिवर्तन कर दिया जाता है ।
द्वितीय विश्वयुद्ध में ब्रिटेन को बचाने एवं विजयी बनाने वाले चर्चिल को आन्तरिक मामलों में असफल समझते हुए वहां के निवासियों ने उसे वोट के द्वारा गद्दी से नीचे उतार दिया । ऐसा है वोट का महत्त्व । अत: इस शक्तिशाली शस्त्र का प्रयोग भी सोच समझ कर ही करना चाहिए ।