Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Vigyan Ke Vardaan”, “विज्ञान के वरदान” Complete Essay for Class 9, 10, 12 Students.
विज्ञान के वरदान
Vigyan Ke Vardaan
आज का युग विज्ञान का युग है। विज्ञान ने हमारे जीवन को अत्यंत प्रभावित किया है। विज्ञान ने हमारे जीवन की बहुत-सी कठिनाइयों को समाप्त करके उसे बहुत आरामदायक बना दिया है। विज्ञान ने हमारे घरेलू तथा व्यापारिक जीवन में अनेक सुखदायक तथा आरामदायक परिवर्तन किए हैं। विज्ञान ने परिवहन तथा संचार के क्षेत्र में अनेक सुधार किए हैं तथा हमें अनेक सविधाजनक वस्तुएं प्रदान की हैं।
गर्मी के समय हम पंखे, कूलर, ए.सी. का प्रयोग करके गर्मी से राहत पाते हैं। गैस चूल्हा, हीटर, कुकर, बल्व, रेफ्रिजरेटर, कपड़े धोने की मशीन, इस्तरी आदि अनेक चीजों ने हमारे घरेलू जीवन को सुखमय बना दिया है। प्राचीन समय में लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक आने-जाने में अत्यधिक समय लगता था किंतु विज्ञान ने हमें साइकिल, स्कूटर, कार, बसें, मोटरें, रेल, वायुयान और जलयान प्रदान किए हैं। अब तो इंसान हजारों किलोमीटर की दूरी कुछ घंटों में ही पूरी कर लेता है। इन आविष्कारों ने पूरे विश्व को एक परिवार बना दिया है। अब तो विज्ञान की मदद से मनुष्य अंतरिक्ष में चाँद की यात्रा भी कर आया है। टेलीफोन, टेलीविजन, कंप्यूटर, इंटरनेट, टेलेक्स मशीन, फैक्स मशीन भी हमारे लिए विज्ञान के अमूल्य वरदान हैं। अब हम हजारों मील दूर बैठे मित्र से टेलीफोन, मोबाइल या कंप्यूटर इंटरनेट के माध्यम से पलक झपकते बात कर सकते हैं।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी विज्ञान के वरदान अनुपम तथा बहुमूल्य हैं। विज्ञान ने विभिन्न असाध्य रोगों के लिए अचूक औषधियाँ मनुष्य को प्रदान की हैं। एक्स-रे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन आदि के माध्यम से इंसान अब अपने शरीर के आंतरिक भागों को देखकर उनमें होने वाली बीमारियों का ठीक-ठीक उपचार कर सकता है। कुछ समय पहले तक जो रोग असाध्य माने जाते थे, उन रोगों का उपचार आज के विज्ञान के युग में संभव है।
विज्ञान ने आज तक मनुष्य को जो भी सुविधाएँ प्रदान की हैं, उनकी गणना करना भी कठिन है।
किंतु विज्ञान का एक ओर दुखद पक्ष भी है। आज विज्ञान ने पृथ्वी को नष्ट कर डालने में सक्षम ऐसे अस्त्रों-शस्त्रों का निर्माण कर दिया है जिससे पूरी पृथ्वी क्षण भर में समाप्त हो जाए। परमाणु बम, हाइड्रोजन बम, मिसाइलें, राकेट, युद्धक पोत कुछ ही समय में संपूर्ण मानव जाति को ही नहीं बल्कि पृथ्वी से समस्त जीवों को समाप्त कर सकते हैं। जापान के नगर ‘हिरोशिमा’ तथा ‘नागासाकी’ विज्ञान की क्रूरता का शिकार हुए थे। इन सब तथ्यों के बावजूद इस बात को निस्संदेह स्वीकार किया जा सकता है कि विज्ञान ने मानव जीवन के संपूर्ण परिदृश्य को बदल दिया है तथा मानव जीवन को अत्यंत सुखमय बना दिया है। यदि विज्ञान को केवल संसार की भलाई के लिए इस्तेमाल किया जाए तो इससे बड़ा वरदान और कोई नहीं हैं।