Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Swasthya hi Dhan hai” , ”स्वास्थ्य ही धन है” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.
स्वास्थ्य ही धन है
Swasthya hi Dhan hai
इस कहावत से सेहत की महत्त्वता का पता चलता है। जीवन में सेहत एक वरदान है। केवल एक सेहतमंद व्यक्ति ही सही प्रकार से कार्य कर सकता है तथा जीवन का आनन्द उठा सकता है। अच्छी सेहत के बिना जीवन दयनीय बन जाता है। एक बुरी सेहत वाला व्यक्ति दूसरों पर बोझ बन जाता है। खराब सेहत एक श्राप है। लोग अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते तथा अपनी आदतों को बिगाड लेते हैं। उनको इसकी कीमत तब पता चलती है जब वे इसे खो देते हैं। अच्छी सेहत एक बहुत बड़ा खजाना है। यह बेश-कीमती है। केवल सेहतमन्द व्यक्ति ही किसी राष्ट्र को महान, अमीर तथा अधिक पैदावार वाला बना सकता है। एक अमीर व्यक्ति भी बुरी सेहत के कारण सदा दुःखी ही रहता है। बुरी सेहत सफलता के रास्ते में एक रूकावट की तरह होती है। इसलिए अच्छी सेहत को बनाए रखना आवश्यक है। इसलिए व्यक्ति को धुम्रपान भी नहीं करना चाहिए। शराब पीना भी बहुत बुरी आदत है। यह व्यक्ति की शारीरिक सेहत को खराब करता है तथा दिमागी हालत भी खराब हो जाती है। व्यक्ति को कम खाना चाहिए तथा हर रोज़ व्यायाम करना चाहिए।