Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Josip Broz Tito” , ”जोसिप ब्राज टीटो” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
जोसिप ब्राज टीटो
Josip Broz Tito
यूगोस्लाविया : यूगोस्लाविया के जननायक
जन्म : 1892 मृत्यु : 1980
मार्शल टीटो विश्व के उन राजनीतिज्ञों में से एक थे, जिन्होंने अपने देश को स्वतंत्र कराया तथा उसका नवनिर्माण कराकर विश्व के अग्रणी एवं गटनिरपेक्ष देशों की पंक्ति में ला ड़ा किया। टीटो ने एक साहसी एवं दरदर्शी सैनिक का जीवन बिताया और दोनों विश्वयुद्धों अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। अनेक स्थानों पर भटकने एवं कष्ट सहने के बाद भी 5 यूगोस्लाविया के लोगों को एकसूत्र में बांधने में लगे रहे। सन् 1937 में वह कम्युनिस्ट दल महासचिव बने। सन् 1941 में जब नाजियों ने यूगोस्लाविया पर अधिकार कर लिया, तो होंने गरिल्ला-सेना का गठन किया और जर्मन सेना को मार भगाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका भाई। सन् 1953 में टीटो को युगोस्लाविया का पहला राष्ट्रपति बनाया गया। इसके पहले होंने रूस द्वारा यूगोस्लाविया को अपने में मिलाने के संकट को सुलझाया।
टीटो स्वतंत्र भारत के अभिन्न मित्रों में से एक थे। उन्होंने पं. नेहरू और मिन के कर्नल सिर के साथ मिलकर ‘गटनिरपेक्ष आंदोलन’ की नींव रखी थी। भारत ने उन्हें सन् 1971 ‘जवाहर लाल नेहरू अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार’ से सम्मानित किया।
टीटो का जन्म 7 जुलाई, 1892 में युगोस्लाविया के एक निर्धन कृषक परिवार में हुआ। प्राथमिक शिक्षा पाने के बाद वह प्रथम विश्वयुद्ध में सैनिक हो गए, किंतु रूस ने उन्हें बंदी लिया। रूस में वह कम्युनिस्ट बन गए। रूसी क्रांति के समय उन्होंने रेड आर्मी की मदद लेकिन उनका वास्तविक उत्थान द्वितीय महायुद्ध के बाद ही हो सका। सन् 1980 में अपनी के समय वह यूरोप के चोटी के राजनेता थे।