Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Jahan Sumati Tahan Sampati Nana”, “जहाँ सुमति तहँ संपत्ति नाना” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.
जहाँ सुमति तहँ संपत्ति नाना
Jahan Sumati Tahan Sampati Nana
सुमति अर्थात अच्छी बुद्धि। बुद्धि ही हमें सुमार्ग या कुमार्ग की ओर ले जाती है। चोर, लुटेरे, डाकुओं की बुद्धि तीव्र हो सकती है किंतु उनकी सोच की दिशा गलत होती है। ऐसी बुद्धि काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह के वशीभूत होकर कुकर्मों की ओर प्रेरित करती है। परिणामतः पूरा जीवन नष्ट हो जाता है। इसके विपूरीत जिनकी बुद्धि सही-गलत, उचित-अनुचित का भेद करना जानती है, वे सदैव सुमार्गी होते हैं। विवेकशील व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति का वास होता है। सही सोच होने से उनके प्रयत्न भी सफल होते हैं। सुमति उन्हें धन, पद, यश सभी प्रदान करती है। हमारे ऋषि-मुनियों ने इसीलिए प्रभु से सदैव सद्बुद्धि देने की प्रार्थना करने को कहा क्योंकि सद्बुद्धि होने से सब कुछ स्वयमेव प्राप्त हो जाता है।
‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम, सबको सन्मति दे भगवान‘