Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Igor Stravinsky” , ”इगोर स्त्राविंस्की” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
इगोर स्त्राविंस्की
Igor Stravinsky
यूरोप यूरोप के अग्रणी संगीतज्ञ
जन्म : 1882 मृत्यु 1971
यूरोप के शीर्ष संगीतकारों में इगोर फेदोरोविच स्त्राविंस्की का प्रमुख स्थान रहा है। उनका जन्म सन् 1882 लेनिनग्राद (सोवियत संघ) में हुआ था। उनके पिता अपरा गायक थे। इसलिए स्त्राविंस्की का रुझान संगीत की ओर अल्पायु में ही हो गया। रिम्स्की व गिल्येव नाम के संगीत गुरुओं ने उनकी प्रतिभा को और निखारा। परिणामस्वरूप वह प्रथम विश्वयुद्ध के पूर्व तक प्रख्यात संगीतज्ञ के रूप में प्रतिष्ठित हो गए। सन् 1910 में ‘द फायरबर्ड’ नामक बैले – से उन्हें रूस-फ्रांस में काफी प्रशंसा मिली। स्त्राविंस्की कई वर्षों तक स्विट्जरलैंड और फ्रांस में रहे और यूरोप के कई देशों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कई महत्त्वपूर्ण रचनाएं की। सन् 1938 से 1939 के बीच उनकी बड़ी बेटी, पत्नी और माँ उनसे छिन गईं।
द्वितीय विश्वयुद्ध के शुरू होते ही उन्हें अमरीका जाने का अवसर मिला। हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने स्त्राविंस्की को संगीत के काव्यत्व पर व्याख्यान देने के लिए दो वर्ष के लिए अमरीका आने का आमंत्रण दिया। यहीं से उनकी उपलब्धियों का दूसरा चरण शुरू हुआ। सन् 1945 में उन्हें अमरीका की नागरिकता दे दी गई। सन् 1948 में उन्होंने ‘द रेक्स प्रोग्रेस’ की रचना की, जिसे वेनिस में सन् 1951 में प्रथम बार प्रदर्शित किया गया। ‘द रेक्स प्रोग्रेस’ कालजयी अॅपिरा माना जाता है। बढ़ती आयु में भी संगीत को समर्पित स्त्राविंस्की का 80वां जन्मदिन विश्वभर में समारोह पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर उन्हें रूस भी आमंत्रित किया गया। यहां उनके ऑपरा, समूह गीतों तथा बैले का अपूर्व स्वागत हुआ। वह खुश्चेव से भी मिले।
स्त्राविंस्की ने कई महान संगीत रचनाएं कीं, जिनमें ‘द फायरबर्ड’, ‘द राइट ऑफ स्प्रिंग’, ‘द नाइटिंगेल’, ‘द रेक्स प्रोग्रेस’ आदि प्रमुख हैं।
जारकालीन रूस में जन्मे स्त्राविंस्की का पहला विवाह सन् 1606 में कैथरीन नसेको व दूसरा विवाह पूर्व परिचित कलाकार वेरा दी बोसेत से हुआ था। चूंकि स्त्राविस्की आर्थोडाक्स चर्च के सदस्य थे, इसलिए रूसी व्यवस्था में उनकी आस्था नहीं थी। इसके विपरीत अमरीका का खुला माहौल उन्हें ज्यादा पसंद आया। उन्हें फ्रांस ने भी नागरिकता प्रदान की थी। अप्रैल, 1971 में उनका 89 वर्ष की आयु में निधन हुआ।
आधुनिक यूरोप के महान संगीतकारों में रूस के स्त्राविंस्की का नाम अग्रणी है। उनकी रचनाएं अपने समय में ही ‘नवशास्त्रीवाद’ की प्रवर्तक मानी जाने लगी थीं।