Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Fanny Blankers-Koen” , ”फैनी ब्लेंकर्स” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
फैनी ब्लेंकर्स
Fanny Blankers-Koen
हालैंड : लंदन ओलिपिक की नायिका
जिन महिलाओं ने ओलिंपिक खेलों में अपने देश के साथ-साथ महिला वर्ग का गौरव पताका फहराया. उनकी सूची बहुत लंबी है। इसमें डच महिला श्रीमती कोएन का नाम उल्लेखनीय है, जिन्होंने बढ़ती आयु में भी इतिहास रचा।
फ्रांसिका फैनी ब्लेंकर्स ‘कोएन’ का जन्म 26 जनवरी, 1918 को एम्सटरडम (हालैंड) में हुआ था। मात्र चौदह वर्ष की उम्र में उनका ध्यान एथलेटिक्स की ओर लग गया। वह दौड. कद एवं साइक्लिंग का घंटों अभ्यास करती थीं। सन् 1940 में उन्होंने अपने प्रशिक्षक जॉन ब्लेकर्स से विवाह कर लिया। वह मां बनने के बाद भी खेल जगत में चोटी की खिलाड़ी बनी रहीं। सन् 1948 में वह लंदन ओलिंपिक की नायिका कहलाई।
फैनी ब्लेंकर्स 12 वर्ष तक द्वितीय महायुद्ध के कारण ओलिंपिक से वंचित रहीं। उन्होंने सन् 1936 के बर्लिन ओलिंपिक, सन् 1948 के तंदन ओलिंपिक तथा 1952 के हेलसिंकी ओलिंपिक में हालैंड का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने लंदन में 100 मी. (11.9 से.), 200 मी. (24.4 से.), 80 मी. बाधा दौड़ (11.2 से.) तथा 4 x 100 मी. रिले दौड़ के चार स्वर्ण पदक प्राप्त किए।
इनके अतिरिक्त उन्होंने सन् 1942 में 80 मी. की बाधा दौड़, सन् 1943 में ऊंची व लंबी कूद, सन् 1944 में 100 मी. की दौड़, सन् 1950 में 220 मी. की दौड़ व सन् 1951 में पेंटाथलन में विश्व कीर्तिमान बनाए।