Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Chaplusi” , ”चापलूसी ” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.
चापलूसी
चापलूसी किसी व्यक्ति को झूठी तारीफ होती है। यह उस व्यक्ति से झूठा फायदा लेने की जाती है। यह एक कमजोरी है जिसका हर व्यक्ति सामना करता है। वह जो ऐसा कहता कि उसे चापलूसी पसन्द नहीं, वह भी चापलूसी करवाने का शौकीन होता है।
चापलूसी कुछ लोगों के लिए सफलता का मार्ग है। एक व्यक्ति चापलूसी द्वारा जीवन में बढ़ सकता है। एक व्यक्ति अपने से बड़े की चापलूसी कर के तरक्की प्राप्त कर सकता है। एक कलाकार बहुत खुशी महसूस करता है जब कोई उसकी कला की तारीफ करता है। एक विद्यार्थी अपने अध्यापक की तारीफ कर अधिक अंक प्राप्त कर सकता है। प्रवक्ता भी अपने भाषण की तारीफ सुन कर खुशी प्राप्त करता है। यह सही कहा गया है कि चापलूसी सभी की कमजोरी है।
चापलूसी राजनीति का हथियार है। राजनेताओं को चापलूसी बहुत पसन्द है। उनके इर्द-गिर्द अनेक चमचे बने रहते हैं। वे राजनीतिज्ञों की इस कमजोरी का फायदा उठाते हैं। नौकरी, कोटा, परमिट आदि प्राप्त करने के लिए वे उनकी झूठी तारीफ करते रहते हैं। वे उनकी प्राप्तियों का बढ़ा कर तथा उनकी बुराइयों को छोटा करके बताते हैं। वे जो अपने चमचों की झूठी तारीफों के सहारे रहते हैं, चुनावों में भारी नुकसान उठाते हैं।
औरतें भी चापलूसी की बहुत शौकीन होती हैं। उनकी चापलूसी का सबसे अच्छा तरीका उनसे यह कहना है कि वे बहुत खूबसूरत हैं। एक आम औरत भी खुद को खूबसूरत कहलवाना पसन्द करती है। यदि हम किसी औरत से कहेंगे कि उसका चेहरा बहुत लुभावना है तो वह हमारी ओर खिंची चली आएगी। वह हमारे साथ रहना पसन्द करने लगेगी। एक बूढ़ी औरत को यदि कहा जाए कि वह अभी भी जवान लगती है तो वह बहुत खुशी महसूस करती है।
चापलूसी एक अच्छी विशेषता नहीं है। इसको बढ़ावा नहीं देना चाहिए। यह गलत चाजों को ऊँचा उठाती है। यह चीजों की सही तस्वीर नहीं दिखाती। यह असलियत को छुपा कर , गलत बातों को फैलाती है।