Hindi Essay/Paragraph/Speech on “नीप्से” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
नीप्से
फ्रांस : फोटोग्राफी का जन्मदाता
जन्म : 1765 मृत्यु : 1833
एक वैज्ञानिक के रूप में नीप्से ने जिस अपरिष्कृत यूँत्र का निर्माण किया, वह आगे चलकर कला का सर्वश्रेष्ठ माध्यम बन गया तथा फोटोग्राफी कहलाया।
जोसेफ नीसफोर नीप्से का जन्म उन्नीसवीं शताब्दी के आरंभ में डास (फ्रांस) नामक स्थान पर हुआ था। बडा होकर वह अपनी जमींदारी संभालने लगा। नीप्से का भाई क्लाड काफी प्रतिभाशाली था। इसलिए दोनों ने मिलकर ‘पायरेलोफर’ नामक इंजन बना डाला. जिसके उपयोग से नावें चलाई जा सकती थीं, किंतु उन्हें इस आविष्कार का उचित निर्माता नहीं मिल पाया। इसलिए क्लाड अपना मानसिक संतुलन खो बैठा। ऐसे कठिन समय में नीप्से स्वयूँ भी दिवालिया हो गया। निराशा के बीच उसने कुछ समय तक डागेरे नामक चित्रकार के साथ काम किया इसके चार वर्ष बाद ही नीप्से की मृत्यु हो गई।
अपनी मृत्यु के काफी पूर्व ही नीप्से ने फोटोग्राफी की दिशा में कार्य करना प्रारंभ कर दिया था। अंग्रेज वैज्ञानिक टामस वेजवुड के प्रयोगों से भी उसे काफी सीख मिली। सन् 1816 में उसने पहला कैमरा बनाकर स्थाई चित्र प्राप्त करने के लिए प्रयास आरंभ कर दिया। सन् 1826 तक उसका यह प्रयास भी सफल हो गया। कागज, कांच और धातु के टुकड़ों के साथ उन्होंने अपने प्रयोग शुरू किए। इनमें उसने ऐसे रासायनिक अम्लों का भी उपयोग किया, जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील थे। सन् 1816 में नीप्से को एक कागज पर नेगेटिव प्राप्त करने में सफलता मिल गई, लेकिन उसके परिष्कृत प्रयोग सन् 1822 तक चलते रहे। नीप्से को फोटोग्राफी के जन्मदाता होने का श्रेय कोई 100 वर्षों बाद प्राप्त हुआ, क्योंकि काफी समय बाद ही लोग उसका नाम जान सके। सन् 1839 में नीप्से का यह आविष्कार उसके पुत्र द्वारा फ्रांस सरकार को बेच दिया गया। आज नीप्से द्वारा खींचे गए दो दुर्लभ चित्र एवं उसके तीन कैमरे सुरक्षित रखे गए हैं।