Hindi Essay/Paragraph/Speech on “जुजिप्पे गैरीबाल्डी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
जुजिप्पे गैरीबाल्डी
इटली: जिसकी तलवार से इटली बना
जन्म : 1807 मृत्यु : 1882
जुजिप्पे गैरीबाल्डी इटली के विभिन्न भागों को संयुक्त करके एक राष्ट्र में परिवर्तित करने के लिए किए गए जन आंदोलन का देशभक्त नेता था। उसने तलवार के बल पर भी अपनी उद्देश्य की सिद्धि की। देशभक्त राजनीतिज्ञ मेजिनी के संयक्त इटली के स्वप्न को साकार करने में वह सफल हुआ। वह एक अप्रतिम योद्धा था। सन् 1860 में उसने 1,000 देशभक्त नागरिकों की एक वफादार सेना गठित की जो सब तरह से उसका अनुसरण करने को तैयार थी। गैरीबाल्डी ने उस सेना का नाम ‘रेड शर्टस’ रखा। इटली का जो भी राज्य संयुक्त होने को राजी नहीं हुआ, उसपर इस सेना ने आक्रमण किया और जीत लिया। इस तरह सिसली और नेपल्स को भी जीता गया। एकीकरण की यह लड़ाई सन् 1870 तक चलती रही और इटली की प्रथम निर्वाचित संसद में गैरीबाल्डी रोम के प्रतिनिधि के रूप में सम्मिलित हुआ। उसका समस्त जीवन अन्याय पीड़ितों की मदद करने में ही व्यतीत हुआ। गैरीबाल्डी यूरोप की महान वीरात्मा थे। उनकी त्याग भावना भी अतुलनीय थी। सारा इटैलियन साम्राज्य जीतकर भी वह अपना शेष जीवन सार्जीनिया के पास एक निर्जन टापू में बिताने चले गए।
गैरीबाल्डी का जन्म 1907 में नाइस (फ्रांस के अधीन) कस्बे के एक नाविक परिवार में हुआ था। शिक्षा के बाद युवावस्था में वह एक नाविक बना। वह ‘यूँग इटली’ नामक संस्था का सदस्य बना और इटली के छोटे-छोटे राज्यों को संगठित करने में लग गया। सेवाय पर असफल आक्रमण के बाद वह गिरफ्तार हो गया। पर वह दक्षिण अमरीका भाग गया। वहां से फिर लौटकर आया और इटली के एकीकरण के लिए काम करने लगा। निर्वासित काल में वह अमरीका के न्यूयार्क नगर के पास एक टापू में रहकर मोमबत्तियां बनाया करता था।
आधुनिक इटली के निर्माता गैरीबाल्डी दुनिया के प्रथम श्रेणी के योद्धाओं में गिने जाते हैं। वह साहसी एवं आदर्श जीवन की प्रतिमूर्ति थे। 75 वर्ष की आयु में 2 जून, 1882 को गैरीबाल्डी की मृत्यु हुई।