Hindi Essay-Paragraph on “Shakti hi Shanti ka Strot hai” “शक्ति ही शांति का स्रोत है” 190 words Complete Essay for Students of Class 9, 10 and 12 Examination.
शक्ति ही शांति का स्रोत है
Shakti hi Shanti ka Strot hai
शक्ति ही शांति का स्रोत है-इस तथ्य की पुष्टि जीवन के किसी भी क्षेत्र से की जा सकती है। इस संसार में जीने का अधिकार केवल उसे प्राप्त रहा है जिसमें भरपूर शक्ति है। इस संसार में कौन सुख-शांति का उपभोग करे, इसका अंतिम निर्णय शक्ति द्वारा ही होता है। संस्कृत की एक उक्ति है-‘वीर भोग्या वसुंधरा’ अर्थात वीर ही पृथ्वी का उपभोग करते हैं। दुर्बलता जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप है। दूसरे पर अत्याचार करना यदि पाप है तो अत्याचार सहन करना उससे भी बड़ा पाप है। कोई हम पर अत्याचार न करने पाए तथा अन्याय के सामने हमें घुटने न टेकने पडें, इसके लिए पर्याप्त मात्रा में शक्ति बटोरना अनिवार्य है। शांति की इच्छा करने वाले व्यक्ति, समाज अथवा राष्ट्र को सदैव लडाई के लिए तैयार रहना चाहिए। जब संघर्ष अनिवार्य हो, उस समय शांति की कल्पना करते रहना निश्चित रूप से शांति को भंग करना है। अच्छी नीति यह है कि शक्ति संपन्न होकर हम दूसरों को शांति से जीने दें तथा स्वयं भी शाति का आनंद लूटें। शांति को निश्चित बनाने के लिए शक्तिशाली होना नितांत आवश्यक है।
(190 शब्द )