Hindi Essay-Paragraph on “Red Cross” “रेडक्रॉस” 500 words Complete Essay for Students of Class 10-12 and Competitive Examination.
रेडक्रॉस
Red Cross
विश्व का प्रत्येक धर्म मानव-सेवा का पक्षधर है। हिंदू धर्म का तो मूलमंत्र ही है-‘सेवा परमो धर्मः’ । इसी भावना से प्रेरित होकर स्विट्जरलैंड के निवासी हेनरी ट्रनां में रेडक्रॉस नामक संस्था की स्थापना की थी। आज रेडक्रॉस एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था हो गई है जो मानवता के आधार पर लोगों की सहायता कर रही है। युद्ध एवं प्राकृतिक आपदाओं के समय पीड़ित मानवता की सेवा करना ही रेडक्रॉस का मूल उदेश्य है।
रेडक्रॉस संस्था की स्थापना के पीछे एक ऐतिहासिक घटना है। सन् 1857 ई. में फ्रांस और ऑस्ट्रिया के बीच घमासान युद्ध हुआ था। युद्ध में दोनों ओर से काफी सैनिक हताहत हुए। घायल सैनिक दर्द एवं पीड़ा से कराह रहे थे। उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था। घायल सैनिकों की चीख-पुकार कारुणिक दृश्य उत्पन्न कर रही थी। इस कारुणिक दृश्य को देखकर हेनरी ट्रनॉ का हृदय द्रवित हो उठा। कुछ लोगों को एकत्रित कर ट्रनॉ तन-मन-धन से घायलों की सेवा, शुश्रुषा में जुट गए। उनके अथक परिश्रम तथा प्रयासों की वजह से अनगिनत लोग मौत के मुंह में जाने से बचा लिए गए। इसके बाद जॉन हेनरी ने दुनिया के लोगों को समझाया कि पीड़ित मानव किसी जाति, धर्म एवं संप्रदाय का नहीं होता। अतः हम लोगों को जाति, धर्म, संप्रदाय एवं क्षेत्रीयता की भावना से उठकर पीड़ितों की सेवा करनी चाहिए। सर ट्रनॉ के इस विचार से प्रभावित होकर 8 मई, 1964 ई. को जेनेवा में 14 देशों ने मिल रेडक्रॉस की स्थापना की। इसका मुख्यालय जेनेवा में है।
रेडक्रॉस का अपना एक झंडा भी है। यह सफेद रंग का होता है जिस पर लाल रंग अंकित रहता है। यह झंडा पीड़ित मानवता की सेवा का प्रतीक है। संस्था के लिए निधि की व्यवस्था चंदे से की जाती है।
आज संपूर्ण विश्व में रेडक्रॉस का विस्तार हो चुका है। भारतीय रेडक्रॉस का मुख्यालय नयी दिल्ली में है। इसकी हर राज्य के मुख्यालय में शाखाएं फैली हैं। प्रत्येक जिले का कलेक्टर इसका संरक्षक होता है। जमीन की खरीद, बिक्री और बंदूक के लाइसेंस देने से एवं अन्य राजस्व प्राप्ति से इस संस्था का चंदा दिया जाता
रेडक्रॉस संस्था युद्धकाल में लड़ने वाले देशों के लिए मानव दूत का कार्य करती है। युद्ध भूमि में घायलों की सेवा करने युद्ध भूमि में पहुंच जाती है। इसके बीच बिना किसी भेदभाव के दवाइयां, रक्त एवं कृत्रिम अंग इत्यादि वितरित करती है। शांति काल में रेडक्रॉस प्राथमिक चिकित्सा, शिशु की देखभाल, चिकित्सा केंद्र का निर्माण एवं रक्तदान केंद्र आदि की स्थापना के माध्यम से मानवता की सेवा करती है। पैर से विकलांगों के लिए हस्तचालित रिक्शों की व्यवस्था करती है। कुष्ठ रोगियों के लिए दवा-दारू, सेवा-सुश्रुषा एवं आवास की व्यवस्था भी इस संस्था के माध्यम से की जाती है। सन् 1978 ई. में बंग्लादेश से भारत आए शरणार्थियों के लिए भारतीय रेडक्रॉस द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है।
इस प्रकार रेडक्रॉस की मदद हमें भी करनी चाहिए। हमें तन-मन-धन से इस संस्था की सेवा करनी चाहिए। रेडक्रॉस एक अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक संस्था है। इससे जनता को व्यापक स्तर पर लाभ मिला है। इस संस्था का चरम उद्देश्य मानवता की सेवा है।