Hindi Essay-Paragraph on “Life without Mobile Phone” “मोबाइल फोन के बिना जीवन” 400 words Complete Essay for Students of Class 10-12 and Subjective Examination.
मोबाइल फोन के बिना जीवन
Life without Mobile Phone
मोबाइल का नाम आते ही इसका एक ही अर्थ दिमाग में आता है मोबाइल फोन। आजकल जिसे भी देखो, उसके ही हाथ में मोबाइल फोन दिखाई देता है। इक्कीसवीं सदी के प्रथम दशक में मोबाइल के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति हुई। कुछ दिन पहले मोबाइल को प्रतिष्ठा का चिह्न माना जाता था। तब मोबाइल से फोन करना साधारण बात नहीं थी। आज हम देखते हैं कि ऐसा कोई वर्ग नहीं है, जो मोबाइल फोन का प्रयोग न करता हो। सब्जी बेचने वाला, रिक्शा चलाने वाला, घरों में काम करने वाली बाई सभी के पास मोबाइल होता है।
मोबाइल आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी का अहम् हिस्सा बन चुका है। मोबाइल के बिना कुछ सूना-सूना-सा लगता है। इसलिए कहा है मोबाइल बिना सब सूना, घर में कोई और चीज भूल जाएं, तो कोई बात नहीं, परंतु मोबाइल भूल जाएं तो एक खालीपन-सा लगता है। मोबाइल के आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में बहत फायदे हैं। आप रास्ते में लेट हो रहे हो तो मोबाइल से सूचना दे सकते हैं। आपकी गाड़ी खराब हो जाए, तो मिस्त्री को वहीं बुलवा सकते है। दुर्घटना आदि होने पर शीघ्रतापूर्वक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। यह सब मोबाइल से ही संभव है, क्योंकि मोबाइल सभी की जेब में रहता है। लैंडलाइन फोन की तरह यह एक जगह फिक्स नहीं होता।
आज देश-विदेश में मोबाइल फोन से बात करना कितना सस्ता हो गया है। एक पत्र की कीमत से भी कम हम सीधी बात कर सकते हैं। मोबाइल के कारण लगता है, यह दुनिया सिमटकर छोटी-सी हो गई है। मोबाइल के क्षेत्र में रिलाएंस कंपनी ने अपना मोबाइल लाकर एक क्रांति कर दी। देखते-देखते कॉल रेट बहुत कम हो गए। आज लैंड लाइन से भी सस्ती दरों पर बात की जा सकती है। कुछ दिन पहले फोन लेने के लिए वर्षों इंतजार करना पड़ता था। लाइन मैन के नखरे अलग होते थे। फिर भी फोन कई-कई दिन खराब पड़े रहते थे।
मोबाइल के जहां फायदे हैं, वहीं इसका नुकसान भी है। बहुत से लोग गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करते हैं। यह उनके लिए तो घातक है ही, दूसरों की जान को भी खतरे में डाल देता है। मोबाइल आपके आराम में बाधक है, जब चाहे तभी इसकी घंटी बज उठती है। ऐसी दशा में मोबाइल का होना बुरा लगता है। हमें मोबाइल का सदुपयोग करना चाहिए, दुरुपयोग नहीं।
The topic is “mobile phone me bina ek din” so I think it should have been about a day or it should describe a day without phone