Hindi Essay-Paragraph on “Charitrabal” “चरित्रबल” 190 words Complete Essay for Students of Class 9, 10 and 12 Examination.
चरित्रबल
Charitrabal
चरित्रबल मनुष्य का सर्वोत्तम गुण है। चरित्र ऐसा हीरा है जो अन्य सभी पाषाण खंडों को काट देता है। मनुष्य अपने चरित्र की शक्ति से अनेकानेक आपत्तियों, विपत्तियों, कठिनाइयों और बाधाओं का सामना कर सकता है। चरित्र एक शक्ति है, प्रभाव है वह मित्र उत्पन्न करता है, सहायता और संरक्षण प्रदान करता है, धन, यश तथा सुख का निश्चित मार्ग खोलता है। चरित्र किसी व्यक्ति, समाज अथवा राष्ट्र की मूलाधार शक्ति है। सम्मानपूर्वक और सफल जीवन व्यतीत करने के लिए उत्तम चरित्र का होना नितांत आवश्यक है। दूसरों पर जितना अधिक गहरा प्रभाव चरित्र का पड़ता है, उतना अन्य किसी गुण का नहीं। जीवन को सुख-शांति तथा आनंद से भरपूर बनाने के लिए मनुष्य को निरंतर सच्चरित्र बनने का प्रयत्न करना चाहिए। चरित्र ही मनुष्य की पूँजी है। दुश्चरित्र व्यक्ति समाज का कोढ़ है, मानवता का कलंक है। धन तो आता है और फिर चला जाता है, इसलिए धन से दुर्बल होने पर कोई दुर्बल नहीं कहलाता, किंतु चरित्र से गिरा हुआ व्यक्ति पूर्णतया नष्ट हो जाता है। चरित्र ही सफलता की कुंजी है। सच्चरित्रता के अभाव में केवल बौद्धिक ज्ञान सुगंधित शव के समान है।
(190 शब्द )