Hindi Essay-Paragraph on “स्वाध्याय के लाभ”, “Swadhyay Ke Labh” 200 words Complete Essay for Students of Class 9, 10 and 12 Exam.
स्वाध्याय के लाभ
मस्तिष्क के लिए स्वाध्याय की उतनी ही आवश्यकता है जितनी शरीर के लिए व्यायाम की। साथ इस लोक की चिंता-मणि हैं। उनके अध्ययन से सब कुचिताएँ मिट जाती हैं। संशय-पिशाच भाग जाते हैं और मन में सद्भाव जागृत होकर परम शांति प्राप्त होती है। स्वाध्याय से समय का सदुपयोग होता है, ज्ञानवर्धन की सामग्री उपलब्ध होती है तथा मनोरंजन प्राप्त होता है। प्रकृति की अपेक्षा स्वाध्याय के कारण अधिक व्यक्तियों ने महानता प्राप्त की है। अध्ययन के प्रति रुचि मनुष्य के सुसंस्कृत होने की परिचायक है। स्वाध्याय के प्रति प्रेम होने पर मनुष्य विषाद के क्षणों को आनंद के क्षणों में बदल सकता है। जिस देश के लोग अधिक अध्ययनशील होंगे वह देश निश्चित रूप से दूसरों की। अपेक्षा साहित्य, कला तथा ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्रों में बढ़ा-चढा होगा। अज्ञान जो मनुष्य का शत्रु है, उसे स्वाध्याय से ही समाप्त किया जा सकता है। स्वाध्याय से जहाँ हमारी विचार-शक्ति को बल मिलता है, वहाँ हमारे दृष्टिकोण में उदारता तथा आचरण में स्वयं ही पवित्रता का समावेश हो जाता है।
( कुल शब्द – 200 )