Hindi Essay, Paragraph on “समाचार-पत्र के लाभ”, “Samachar Patra Ke Labh” 300 words Complete Essay for Students of Class 9, 10 and 12 Exam.
समाचार-पत्र के लाभ
Samachar Patra Ke Labh
ज्ञान में वृद्धि
व्यापार के साधन
सच्चा आलोचक
मानव और समाज में चोली-दामन का संबंध है। दोनों शब्द एक-दूसरे के पूरक हैं। सामाजिक जीव होने के कारण वह चाहता है कि अपने विचार लोगों तक पहुँचाए, वह दूसरों के विचारों से भी अवगत होना चाहता है। उसकी इस इच्छा की पूर्ति होती है समाचार पत्रों से। समाचार पत्रों के माध्यम दवारा वह समस्त विश्व से अपना संबंध जोड़ लेता। हैं। इसीलिए समाचार पत्र आज मानव के जीवन का एक महत्त्वपर्ण अंग बन गए हैं। समाचार पत्रों के अध्ययन से हमें विश्व में घटित होने वाली घटनाओं की जानकारी मिलती है। जो घटना विदेशों में अर्धरात्रि को घटित होती है, उसकी सूचना हमें प्रात: काल के समाचार पत्रों में पढ़ने को मिल जाती है। समाचार पत्रों के दवारा जनता अपनी मांगों को अधिकारी वर्ग तक पहँचा सकती है। अधिकारी लोग भी इसी के माध्यम द्वारा अपनी बात जनता तक पहुंचाते हैं। समाचार पत्रों के अध्ययन से हमारे ज्ञान में वृद्धि होती है। इनमें बड़े-बड़े विद्वानों तथा राजनीतिज्ञों के लेख प्रकाशित होते रहते हैं जो हमारे भौगोलिक व साहित्यिक ज्ञान का संवर्धन करते हैं। समाचार पत्र व्यापार का साधन है। बेचने वाले तथा खरीदेने वाले दोनों ही समाचार पत्र को अपना माध्यम बनाते हैं। अपनी वस्तु का विज्ञापन देकर व्यापारी लोग अपने व्यापार को बढ़ाते हैं। समाचार पत्र शासन में फैली हुई कुरीतियों व धांधलियों की आलोचना कर शासकों को शासन की व्यवस्था में सुधार करने के लिए प्रेरित करते हैं। वास्तव में देखा जाए तो समाचार पत्र कामधेनु के समान हैं जो बेकारों को नौकरी, कुँवारों को पत्नी, सिनेमा प्रेमियों को फ़िल्मों की सूचना, व्यापारियों को वस्तुओं के भाव, गमशदा व्यक्तियों को परिवार वालो से मेल-मिलाप करवाता है। समाज का समाचार पत्र जितना कल्याण करते हैं, शायद ही इतना हित किसी अन्य वस्तु से समाज का होता होगा।