Hindi Essay on “Rickshaw Chalak” , ”रिक्शा चालक” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
रिक्शा चालक
Rickshaw Chalak
रिक्शा यातायात का एक सस्ता साधन है। रिक्शा आमतौर पर छोटे शहरों तथा गांवों में देखने को मिलती है। रिक्शा बहुत से लोगों के लिए पैसे कमाने का साधन है। कइयों के पास अपनी रिक्शा होती है तो कई किराए पर लेकर इसे चलाते हैं। कुछ इसे दिन के समय चलाते हैं तो कुछ रात को।
रिक्शा चालक रेलवे स्टेशन, सिनेमा घरों तथा अधिक यातायात वाले स्थानों पर देखने को मिलते हैं। एक रिक्शा चालक हर प्रकार के मौसम में अपनी रिक्शा चलाता है। बारिश या धुप या सर्दी या गर्मी, रिक्शा वाला बिना शिकायत किए अपना कार्य करता है। उसे कोई आराम या कोई छुट्टी नहीं मिलती। किन्तु दिन के अन्त में उसकी कमाई बहुत कम होती है। यह केवल उसके तन को आत्मा के साथ रखने के लिए काफी होती है।
रिक्शा चालक आमतौर पर अनपढ़ होते हैं। उसके कपड़ों से उसकी गरीबी का पता चलता है। उसके भीतर व्यवहार की समझ नहीं होती। उसकी भाषा भी अच्छी नहीं होती। वह सवारियों से लड़ने से झिझकता नहीं है। किन्तु सभी रिक्शा चालक एक जैसे नहीं होते। कछ अच्छे तथा नर्म बोलने वाले भी होते हैं। वह अधिक पैसे कम नहीं करते। वह सही किराए की मांग करते हैं। उनके व्यवहार के कारण व्यक्ति उनकी मांग से अधिक देने को भी राजी रहता है।
रिक्शा चालक का कार्य किसी भी रूप में आसान नहीं है। यह काफी कठिन होता है। यह बहुत थका देने वाला होता है। इसके लिए शारीरिक बल की आवश्यकता होती है। अधिक रिक्शा चालक उदास तथा दयनीय लगते हैं। सरकार को उनकी हालत सुधारने के लिए कुछ करना चाहिए। रिक्शा को आधुनिक बनाया जाना चाहिए। किसी प्रकार की कोई मशीन रिक्शा में जोड़नी चाहिए ताकि रिक्शा चालक अपनी टांगों का कम से कम प्रयोग करें। रिक्शा चालकों को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। उसे अपना पैसा शराब पर व्यर्थ नहीं करना चाहिए।