Hindi Essay on “Mere Padosi ” , ”मेरे पड़ोसी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
मेरे पड़ोसी
Mere Padosi
पड़ोसी वे लोग होते हैं जो आपके घर के पास रहते हैं। वे अपने रिश्तेदारों से भी अधिक नज़दीक होते हैं। वे हर तरह के हालातों में आपके साथ खड़े रहते हैं। आपके रिश्तदार आपसे दूर रहते हैं। जरूरत के समय तक आप तक पहुँचने के लिए उन्हें वक्त लगता है। वे लोग अधिक खुशकिस्मत हैं जिनके पड़ोसी अच्छे होते हैं। मेरे बहुत सारे पड़ोसी हैं। उनकी अलग-अलग प्रकार की आदतें हैं। हालांकि वे मेरे साथ बहुत अच्छे हैं।
मेरे घर के साथ जो पड़ोसी रहते हैं उनका नाम श्री मुकेश मेहता है। वे बैंक के कर्मचारी हैं। उनकी पत्नी का नाम श्रीमती अर्चना मेहता है। उनकी दो छोटी बेटियां हैं। वे बहुत ही सामाजिक लोग हैं। वे घर आए लोगों का बहुत सम्मान करते हैं। वे अक्सर मुझे अपने घर आने के लिए आमंत्रित करते हैं। वे बहुत मददगार हैं। जब भी मेरी माँ को किसी चीज़ की आवश्यकता होती है तो वह बिना झिझके उनके घर चली जाती हैं।
श्री जगजीत सिंह हमारे दूसरे पड़ोसी हैं। उनकी पत्नी का नाम श्रीमती परमजीत कौर है। उनके दो बच्चे हैं-एक बेटा और एक बेटी। दोनों ही स्कूल जाते हैं। श्रीमती परमजीत कौर बहुत ही नर्म वाणी वाली स्त्री हैं। जब भी मैं अपने दरवाजे पर खड़ा होता हूं वो मझे प्यार दिखाती हैं। उनके बच्चे भी सबका बहुत सम्मान करते हैं। वे पढ़ने में बहुत अच्छे हैं। श्री जगजीत सिंह एक शांत स्वभाव के व्यक्ति हैं। एक बार मेरी माता जी रात को बहुत बीमार हो गई थी तब श्री जगजीत सिंह ही उन्हें अपनी कार में अस्पताल लेकर गए थे।
मेरे एक और पड़ोसी का नाम श्रीमान असलम है। श्रीमती हमीदा बानो उनकी पत्नी है। वह एक नव-विवाहित जोड़ा है। वे दोनों एक साथ बहुत प्यारे लगते हैं। श्रीमान असलम एक स्कूल के अध्यापक हैं। श्रीमती हमीदा बानो एक घरेलू महिला है। दोनों एक दूसरे से बहुत प्रेम करते हैं। श्रीमती हमीदा अक्सर हमारे घर आती रहती हैं। वह मेरी माँ की बहुत इज्जत करती हैं। उसे बातें करने की बहुत आदत है। जब भी श्रीमान असलम घर से बाहर जाते हैं तो वो हमारे घर आ जाती हैं। मेरी माँ उसे बहुत पसंद करती है।
इस प्रकार मेरे सभी पड़ोसी अच्छे नागरिक हैं। हम सब मिल कर एक अच्छे परिवार की तरह रहते हैं।