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Hindi Essay on “Ek Kisan ki Aatmakatha” , ”एक किसान की आत्मकथा” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

एक किसान की आत्मकथा

Ek Kisan ki Aatmakatha

निबंध नंबर :- 01 

भारत गांवों का देश है। यहां अधिकतर लोग गाँवों में रहते हैं। उनका मख्य कार्य खेतीबाडी करना होता है। वह लोगों के लिए भोजन उगाने के लिए खेतों में कार्य करते हैं। भारतीय किसान बहुत मेहनती होता है। वह सूर्योदय से पहले ही खेतों में चला जाता है। वह सारा दिन वहां काम करता है तथा सर्दी-गर्मी की बहुत कम परवाह करता है। वह हर तरह के मौसम में हल चलाता है। बिजाई तथा फसल काटने का कार्य करता रहता है। उसकी पली तथा बच्चे दोपहर को उसके लिए खाना लेकर आते हैं। खाना खा कर वह दोबारा से अपने कार्य में जुट जाता है।

वह अंधेरा होने के पश्चात् ही घर लौटता है। उसकी पत्नी तथा बच्चे घर के द्वार पर उसका स्वागत करते हैं। यह उसके पूरे दिन का सबसे खुशी भरा पल होता है। वह चाय नाश्ता करके गांव की चौपाल पर चला जाता है। वहां वह अन्य किसानों के साथ बातें तथा हंसी मजाक करता है। वहां एक-दो घंटे बिताने के पश्चात वह अपने घर लौट आता है।

भारतीय किसान का जीवन इतना सरल नहीं होता। यह मुश्किलों से भरा होता है। कड़ी मेहनत के साथ-साथ शुरू में इसमें बहुत खर्चा भी आता है। उसकी फसलें कुदरत की मर्जी पर निर्भर करती हैं। कई बार सूखा भी पड़ जाता है तो कई बार बाढ़ भी आ जाती है। अधिकतर भारतीय गांवों में अस्पताल भी नहीं होते। यदि होते भी हैं तो सिर्फ नाम के। यहां उपचार की सहूलतों की कमी होती है। कई बार तो वह उपचार की कमी के कारण मर जाता है। गांवों में शिक्षा के लिए अच्छे स्कूलों की भी कमी होती है। थोड़े-बहुत स्कूल जो गांवों में बने होते हैं, वे अच्छे दर्जे के नहीं होते।

भारतीय किसान की गरीबी को दूर करने के लिए बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। उसे खेतीबाडी के वैज्ञानिक तरीकों के बारे में बताने की आवश्यकता है। उसे अच्छे दर्जे के बीज उपलब्ध करवाए जाने चाहिएं। उसे उसकी ज़रूरत के अनुसार बिजली भी प्रदान करवानी चाहिए। उसे कों से भी मुक्ति मिलनी चाहिए। इसके लिए सरकार को कम ब्याज दरों पर कर्ज देने चाहिए। उसके परिवार की पढ़ाई तथा स्वास्थ्य के लिए स्कूल तथा अस्पताल खुलवाने चाहिएं।

यह जानकर दिल को तसल्ली मिलती है कि अब सरकार किसानों की तरक्की के बारे में सोच रही है। किसानों की हालत को सुधारने के लिए ‘जवाहर रोज़गार योजना’ शुरू की गई है। पंचायत राज’ से भी लोगों को बहुत ताकत मिली है। केंद्र सरकार ने 10000/-रु. तक किसानों का कर्ज माफ कर दिया है, जो कि एक अच्छी बात है। परन्तु यह काफी नहीं है। अभी और बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।

निबंध नंबर :- 02 

किसान

या

भारतीय किसान

भारत के अधिकतर लोग गाँवों में रहते हैं। गाँवों में ज्यादातर लोग किसान हैं। वे अपने खेतों में काम करते हैं। एक किसान अपने खेतों में अनाज उगाता है। वह एक महत्वपूर्ण व्यक्ति है। किसान का कार्य बहुत मेहनत वाला है।

किसान खेत में बहुत परिश्रम करता है। वह जानता है कि एक खास उपज कब उगानी है। वह अपना खेत जोतने के लिए या तो बैल या फिर ट्रैक्टर का उपयोग करता है। अब वह सदा वर्षा पर निर्भर नहीं करता। वह नालों से, या नहरों से या फिर जलकूपों से जल लेता है। वह अच्छी उपज के लिए खांदों का प्रयोग करता है। वह जन्तुनाशकों का भी प्रयोग करता है। वह अपने भविष्य के प्रति सदैव आशावान रहता है।

बुआई के समय वह बहुत परिश्रम करता है। वही अपने खेत में से जंगली घास उखाड़ता है। वह अपनी उपज का ध्यान रखता है। यदि ओले, या भारी वर्षा या सुखा नहीं पड़े तो वह अच्छी उपज काटता है।

कटाई का समय उस के लिए सर्वोत्तम समय होता है। उसकी अच्छी उपजे की आशा तब पूरी होती है। वह इस समय भी मेहनत करता है। अपनी फसल की कटाई करते समय वे गीत गाते हैं। जब वह अच्छी उपज पाता है तो बहुत खुश होता है।

वह दाने सुखाता है और भूसा अलग करता है। उन्हें धूप में सुखाता है। वह उन्हें बोरों में भरता है। वह काफी मात्रा में दाने अपने परिवार को खिलाने के लिए रख लेता है और काफी अनाज भविष्य में बीज बोने के लिए सम्भाल लेता है। बाकी के दाने वह शहर बेचकर धन लेता है। इस धन से वह अपने और अपने परिवार की और जरुरतों का सामान खरीदता है। वह अच्छे अवकाश भी लेता है। इस अवकाश के दौरान वह दूसरे काम जैसे बुनना, हाथ का सामान बनाना इत्यादि करता है। सैनिक की तरह वह भी देश की रीढ़ की हड्डी होता है। वह एक ईमानदार, सम्मानजनक और सादा जीवन व्यतीत करता है।

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