Hindi Essay on “Bharat ki Vividhta” , “भारत की विविधता” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 7, 8, 9, 10, 12 Students.
भारत की विविधता
Bharat ki Vividhta
कुछ खास बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहाँ हमारा जी हाँ। सच ही है मेरा देश भारत–सबसे निराला, सबसे प्यारा जो समय के थपेड़ों को खाता हुआ भी निरंतर गतिशील है। भारत भूमि स्वर्ग से भी महान है, लहराता सागर इसके चरण चूमता है, गगनचुंबी हिमालय इसके मुकुट हैं, गंगा, यमुना जैसी नदियाँ इसके गले का हार हैं और ऐसा हो भी क्यों न, मेरे भारत की सभ्यता और संस्कृति है ही ऐसी गौरव एवं महिमामंडित । भारत ही है जिसने विश्व को सभ्यता का पाठ पढ़ाया, ज्ञान-विज्ञान के चरमोत्कर्ष पर पहुँचाया, मानवीयता के उच्च गुणों से परिचित कराया। ज्ञान-विज्ञान, धर्म, संस्कृति सभी क्षेत्रों में भारतवासी सबसे आगे रहे हैं। यह स्वाभाविक ही था कि ऐसे निराले देश पर अनेक आक्रमण हुए और इसे लूटने तथा नष्ट करने के प्रयास हुए। लंबी दासता के कारण हमें अनेक समस्याओं से जूझना पड़ा और पराधीनता की बेड़ियों में जकड़े भारत को स्वतंत्र होने के बाद अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा पुनः प्राप्त करने के लिए निरंतर जूझना पड़ा लेकिन यह मेरे देशवासियों की ही क्षमता और सामर्थ्य है कि हम बहुत प्रभावशाली ढंग से प्रगति कर रहे हैं। अनेक समस्याएँ जो देश में हैं, उनसे जूझते हुए देश पुनः विकास की ओर अग्रसर है।