Hindi Essay on “Badh me ek Nadi” , ”बाढ़ में एक नदी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
बाढ़ में एक नदी
Badh me ek Nadi
बाढ़, भूचाल तथा तूफान प्राकृतिक आपदाएँ होती हैं। जब भी ये आती हैं तो भारी कसान कर देती हैं। जान तथा माल का भारी नुकसान हो जाता है। कुछ वर्ष पहले पंजाब में भारी वर्षाएं हुईं। जालन्धर सबसे अधिक नुकसान उठाने वाला स्थान था। सतलुज नदी खतरे के निशान से ऊपर तक भर गई थी। आस-पास के गांव पानी में डूब रहे थे। लोग घरों की छतों पर चढ़ गए। उनके घरेलू सामान पानी के तेज बहाव में बह गए।
हर तरफ पानी ही पानी था। छोटे-छोटे पक्षी तथा जानवर पानी के ऊपर तैर रहे थे। आस-पास कुछ मृत शरीर भी देखने को मिल रहे थे। सभी सडकें जाम थीं। खाने या पीने को कुछ भी नहीं था। सब्जियों तथा दूध की उपलब्धि नहीं हो पा रही थी। हर दिन बीतने के साथ-साथ हालात और बिगड़ते जा रहे थे। सरकार को तेजी से काम लेना था। हैलीकॉप्टर के जरिए लोगों के लिए खाने के पैकेट फेंके जा रहे थे।
बहुत घर टूट चुके थे। फसलें बर्बाद हो चुकी थीं। नीचे के स्थान तो पूरी तरह पानी में डूब चुके थे। कई बिजली के खंभे उखड़ चुके थे। बिजली पर बहुत असर पड़ा था। दर्जनों लोग पानी में डूबते जा रहे थे। हालात अनियंत्रित होते जा रहे थे। आर्मी को मदद के लिए बुलाना पड़ा। पूरे एक हफ्ते के पश्चात् बारिशें रुक गईं। लोगों ने चैन की सांस ली।
वर्षा के बाद होने वाले अनेक बुरे प्रभावों से रक्षा करने के उपाय भी करने की आवश्यकता होती है। कई सहायता करने वाली टोलियां विभिन्न दिशाओं में भेजी जाती थीं। पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया। बीमारियों को दूर करने के लिए दवाइयाँ भेजी गई। जिन लोगों की फसलें खराब हो गईं, उन्हें लोन भी दिए गए। कई सामाजिक संस्थाएँ लोगों की सहायता करने सामने आईं।