Hindi Essay on “A Farewell Party” , ”विदाई पार्टी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
विदाई पार्टी
A Farewell Party
जब भी कभी वरिष्ठ कक्षा किसी संस्थान को छोड कर जा रही होती है तो उन्हें विदायगी पार्टी दी जाती है। उन से छोटी कक्षा के विद्यार्थी उनके सम्मान में विदायगी पार्टी देते हैं। यह अवसर मिली-जुली भावनाओं से भरा होता है- दु:ख तथा ख़ुशी। यह सभी के द्वारा याद रखी जाती है। हमें भी अपनी परीक्षाओं के पहले विदायगी पार्टी दी गई थी।
मैं शाम को 4 बजे स्कूल पहुंचा। सभी इंतजाम देख कर मुझे बहुत खुशी हुई। सारा स्थान गुब्बारों, फूलों तथा फानूसों से सजाया गया था। मंच के सामने वाले सोफे पर प्रधानाचार्य बैठे हुए थे। स्टाफ के सदस्य पहली कतार में लगी कुर्सियों पर बैठे थे। बाकी कतारों में जाने वाली कक्षा के विद्यार्थियों को स्थान दिया गया था। पार्टी देने वाली कक्षा सारे इंतजाम करने में व्यस्त थी।
पार्टी सही समय पर शुरू हो गई थी। सबसे पहले वराईटी शो पेश किया गया। मंच को हम से छोटी कक्षा के एक विद्यार्थी ने बहुत अच्छे से संभाला। सबसे पहले उसने जगरूप सिंह नामक विद्यार्थी को को विदायगी भाषण देने के लिए बुलाया। उसने एक बहुत अच्छा और भावनात्मक भाषण दिया। उसने भाषण में जा रही कक्षा की तारीफें कीं। उसने विद्यार्थियों के गुणों को बताया तथा संस्थान के लिए दिए गए योगदान का जिक्र किया। उसने सभी की ओर से हमे शुभकामनाएँ भी दी। उसने हमारी तरक्की तथा उज्जवल भविष्य की कामना की। उसके प्रस्तुति के ढंग से हमारी आँखों में आंसू आ गए।
उसके भाषण के पश्चात् एक नाटक प्रस्तुत किया गया। विद्यार्थियों ने खुशी तथा गम दोनों प्रकार के गीत गाए। यह अवसर को रंगारंग बनाने के लिए किया गया। उसके बाद मुझे अपनी कक्षा की ओर से कुछ शब्द कहने के लिए मंच पर बुलाया गया। मैंने अपने से छोटी कक्षा का धन्यवाद किया तथा अपने अध्यापकों से आशीर्वाद प्राप्त किया। मैंने बोलते समय अपने से छोटी कक्षा द्वारा किए गए इंतजामों की तारीफ की तथा उनके द्वारा दी गई शुभकामनाओं को स्वीकार किया। मुझे अपने इतने अच्छे और पुराने स्कूल से जुदा होने का दु:ख भी हो रहा था।
अन्त में प्रधानाचार्य ने एक जोश भरा भाषण दिया। इस विदायगी संदेश में उन्होंने हमें कुछ सलाह भी दी। उन्होंने हमें अच्छा चरित्र बनाने का संदेश दिया। उनके प्रभावशाली भाषण के पश्चात् फंक्शन खत्म होने को आया। अंत में विद्यार्थियों ने अध्यापकों तथा प्रधानाचार्य के साथ चाय-नाश्ता किया। जाते समय हम सब भावुक हो गए।