Hindi Essay on “A Day before the Examination” , ”परीक्षा से पहले का एक दिन” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
परीक्षा से पहले का एक दिन
A Day before the Examination
परीक्षा एक आवश्यक चीज़ है। विद्यार्थी इस से डरते हैं। वे इसका नाम लेने पर ही जाते हैं। उनके चेहरे पीले पड़ जाते हैं। वे भयभीत हो जाते हैं। उनके चेहरे की मुस्कान गायब हो जाती है। जैसे-जैसे परीक्षाएँ नज़दीक आती हैं, विद्यार्थियों की हालत दयनीय हो जाती है। परीक्षा से पहले का एक दिन बहुत डरावना होता है।
परीक्षा के समय विद्यार्थी चिन्तित तथा उत्सुक लगते हैं। वे परीक्षा के लिए तैयार किए गए प्रश्नों को दोबारा-दोबारा पढ़ते हैं। वे खाना, खाना भी भूल जाते हैं। वे खाने तथा पीने में समय व्यर्थ नहीं गवांते। टी. वी. कार्यक्रमों में भी उनका ध्यान नहीं लगता। वे खास-खास प्रश्नों को रट रहे होते हैं। जितना वे अधिक याद करने का प्रयास करते हैं उतना ही उन्हें भूलता रहता है।
विद्यार्थी देर रात तक पढ़ाई करते हैं। वे किसी प्रकार से खुद को जगा कर रखते हैं। नींद में भी उन्हें परीक्षा का डर सताता है। वे असमंजस तथा उदास प्रतीत होते हैं। अधिक प्रश्न याद करने के पश्चात् भी उन्हें स्वयं पर विश्वास नहीं होता। उन्हें डर रहता है कि उनके द्वारा याद किए गए प्रश्न आपस में मिल न जाएं।
परीक्षा का डर उन पर इतना भारी हो जाता है कि वे ईश्वर से सहायता मांगने लगते हैं। वे भगवान से इस श्राप से मुक्ति दिलवाने की प्रार्थना करते हैं। कई तो विभिन्न आफर दे कर भगवान का आशीर्वाद खरीदने का प्रयास करते हैं। वे अपनी किताबों तथा बटुए में भगवान की तस्वीरें रख कर घूमते हैं।
कुछ ऐसे भी विद्यार्थी हैं जो परीक्षा में गलत रास्ते अपनाते हैं। वे नकल करने के लिए पर्चियां तैयार करते हैं। कई परीक्षा लेने वाले स्टाफ के साथ सांठ-गांठ कर लेते हैं। उनका लक्ष्य नकल की सहायता से परीक्षा को पास करना होता है। इस प्रकार परीक्षा ग़लत साधनों को बढ़ावा देती है।