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Archive by category "Languages" (Page 5)
रेलगाड़ी से यात्रा Railgadi Se Yatra रेलगाड़ी की यात्रा एक बहुत ही लाभदायक अनुभव है। इसमें हम विभिन्न प्रकार के लोगों से मिलते हैं। यात्रियों के लिए जातियाँ अर्थहीन हो जाती हैं। वे एक दूसरे के प्रति सहानुभूतिशील हो जाते हैं। रेलगाड़ी की यात्रा हमारे दृष्टिकोण को बढ़ाती है। इससे एकता और एक होने की भावना पैदा होती है। मुझे भी एक रेल यात्रा करने का अनुभव प्राप्त हुआ था। मुझे...
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May 13, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
शैक्षिक भ्रमण Shekshik Bhraman यात्राएँ शिक्षा के साधन के रूप में सभ्यता जितनी ही पुरानी हैं। हम यह अक्सर पढ़ते हैं कि विदेशी पर्यटक भारत के पुरातन स्थानों पर अध्ययन के लिए आ रहे हैं। यूरोप के मध्यकाल के विद्वान अपनी शिक्षा की प्यास बुझाने के लिए यूनान और इटली की यात्रा किया करते थे। विश्व के अधिकांश धर्म अपनी प्रगति का श्रेय मिशनरी यात्रियों को देते हैं। शैक्षिक भ्रमण का...
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May 13, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
उपन्यास में मेरा प्रिय चरित्र Upanyas mein mera charitra कल्पना या उपन्यास जिन्दगी का प्रतिबिम्ब होता है। कल्पना के चरित्र वास्तव में काल्पनिक होते हैं, हालांकि वे निश्चित रूप से समाज में हम जो जिन्दगी जी रहे हैं उसका प्रतिनिधित्व करते हैं। यही वे कारण हैं जो हममें कुछ काल्पनिक चरित्रों के प्रति आकर्षण पैदा करते हैं। मेरा प्रिय चरित्र डिकेन्स के उपन्यास डेविड कापरफिल्ड का नायक डेविड है। उपन्यासकार के...
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May 13, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत-पर्यटकों का स्वर्ग Bhrat Paryatakon ka Swarg इसमें कोई सन्देह नहीं है कि भारत पर्यटकों का स्वर्ग है। दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं, जिनके पास गौरवान्वित करने वाली कोई चीज नहीं है। वहाँ कोई ऐतिहासिक इमारत, मन्दिर, कला या वास्तुकला सम्बन्धी, कोई खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य या जगह नहीं है। कुछ देशों में एक-दो ऐसी या दूसरी चीजें हैं। किन्तु भारत इन चीजों के मामले में धनी है। यह वास्तव...
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May 13, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
चरित्र निर्माण में खेल-कूद की भूमिका Charitra Nirman main Khel-Kood ki Bhumika वाटरलू के मैदान में नेपोलियन को पराजित करने के बाद वेलिंगटन के ड्यूक अपने पुराने विद्यालय को देखने एटन गए और उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा “वाटरलू के युद्ध को एटन के खेल के मैदान में जीता गया।” इसके द्वारा वे कहना चाहते थे कि अनुशासन का ज्ञान और साहचर्य की मनोवृत्ति, जो उन्होंने इस खेल के...
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May 13, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सुख-शांति Sukh-Shanti प्राचीन काल से वर्तमान समय तक मनुष्य पहाड़ों, जंगलों, आश्रमों, क्लबों तथा सिनेमा घरों में सुख-शांति को खोजता रहा है; किन्तु सुख-शांति कहाँ है? रोजमर्रा की नीरस और ऊबाऊ जिन्दगी से कुछ क्षणों के लिए भाग जाने को मुश्किल से ही सुख-शांति कहा जा सकता है। हमारी जिन्दगी में विलास का एक दौर हो सकता है किन्तु विलासों की भी अपनी टीस होती है, जो दर्द से कम नहीं...
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May 13, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय में त्यौहार और उनका महत्त्व Bharat main Tyohar aur unka Mahatva भारत मेलों, उत्सवों, पर्वों और त्यौहारों का देश है और सभी धार्मिक समुदायों की इसकी अपनी अलग सूची है। किन्तु हिन्दू सबसे ज्यादा त्यौहारों को मनाते हैं। हिन्दुओं के मुख्य त्यौहारों में दिवाली, दशहरा, होली, जन्माष्टमी आदि हैं। मुसलमानों के मुख्य त्यौहारों में ईद एवं मुहर्रम है। ईसाई समुदाय का ईस्टर और क्रिसमस है। सिक्ख अपने गुरुओं के जन्म...
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May 13, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
वर्षा ऋतु Varsha Ritu मोटे तौर पर कहा जाए तो एक वर्ष में चार मौसम होते हैं-ग्रीष्म, वर्षा, शीत और बसन्त । ग्रीष्म ऋतु का अर्थ गर्मी का मौसम होता है। वर्षा ऋतु ग्रीष्म ऋतु की गर्मी के बाद बारिश लाती है। तब ठंडे महीनों का शीत ऋतु आता है। इसके बाद बसंत आता है, जब पेड़ों से पुरानी पत्तियों का झड़ना और नई पत्तियों का निकलना शुरू होता है। हालांकि...
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May 13, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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