Home »
Archive by category "Languages" (Page 252)
कम्प्यूटर एवम् उसका महत्व Computer evm Uska Mahatva गत कुछ वर्षों से देश भर में कम्प्यूटरों की चर्चा जोर-शोर से हो रही है। देश को कम्प्यूटरमय करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कई उद्योग-धन्धों और संस्थानों में कम्प्यूटर का प्रयोग होने लगा है। कम्प्यूटरों के उन्मुक्त आयात के लिए देश के द्वार खोल दिए गए हैं। हमारे अधिकारी और मंत्री सुपर कम्प्यूटरों के लिए अमेरिका से जापान तक दौड़...
Continue reading »
January 13, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विज्ञान वरदान नहीं अभिशाप है Vigyan Vardan Nahi Abhishap Hai संसार में ऐसे लोगों की कोई कमी नहीं जो जानबूझ कर आँखें मंदने का यत्न करते हैं। पक्षपात के कारण किसी वस्तु को अच्छा या बुरा कह देना ठीक नहीं है। सोच समझ से ही कोई निर्णय लेना चाहिए। विज्ञान की महिमा के गीत गाने वालों को इसके द्वारा प्रदान की गई बुराइयों और हानियों पर भी विचार करना चाहिए।...
Continue reading »
January 13, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
परीक्षा का भय Pariksha ka Bhay ईसा मसीह ने कहा था कि, “हे प्रभु ; मुझे कभी परीक्षा में मत डालना।” परीक्षा शब्द ही ऐसा है। परीक्षा के बारे में सोच-सोच कर मन व्यथित हो जाता है। वैसे तो हर मनुष्य परीक्षा से घबराता है परन्तु विद्यार्थी इस से विशेष रूप से घबराता है। परीक्षा में पास होना आवश्यक है नहीं तो जीवन का बहुमूल्य वर्ष नष्ट हो जाता है।...
Continue reading »
January 13, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages3 Comments
पुस्तकालय Library पुस्तकालय ज्ञान का भंडार है। सभ्यता का इससे ही शृंगार है। निर्धनों का धन, धनवान का मित्र है। साहित्य रक्षक प्यार का आधार है। पुस्तकालय का अर्थ है –पुस्तकों का घर, मन्दिर अथवा भंडार । जहाँ पुस्तकों का संग्रह होता है, उसे पुस्तकालय कहा जाता है। पुस्तकालय में केवल पुस्तकें ही नहीं रखी जाती बल्कि वहाँ पत्र-पत्रिकताएँ भी पढ़ने को मिलती हैं। जिस प्रकार शरीर को स्वस्थ रखने...
Continue reading »
January 13, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय नारी Bhartiya Nari सृष्टि की पूर्णता पुरुष और नारी से है। भारतीय साहित्य और संस्कृति में पुरुष और प्रकृति को संसार का संचालन माना गया है। नारी ईश्वर की शक्ति है। नारी और नर के योग से सृष्टि परिपूर्ण होती है। नारी बहु–गुण सम्पन्न है इसलिए महान्, विचारक, कवि उसके सामने नत–मस्तक हए हैं। नारी में दया, माया, , त्याग भरा पड़ा है। उसके हृदय की गहराई और मन...
Continue reading »
January 13, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय सैनिक Bhartiya Sainik किसी भी मज़बूत देश की नींव उसकी शक्ति में होती है। किसी देश की सेना का मनोबल जितना दृढ़ होगा उतना ही वह राष्ट्र मज़बूत होगा। सेना का निर्माण सैनिकों से होता है। एक महान देश है। यह शान्ति में विश्वास रखता है। परन्तु कहा जाता हैं। आप शान्ति चाहते हैं तो युद्ध के लिए सदा तैयार रहें । युद्ध के लिए सेना की आवश्यकता होती...
Continue reading »
January 13, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
युवा वर्ग का राष्ट्र के उत्थान में योगदान Yuva varg ka Rashtriya Utthan me Yogdan युवाशक्ति ही किसी नव स्वतन्त्रता प्राप्त एवं राष्ट्र का निर्माण करने के लिए उसकी रीढ़ की हड्डी है। युवा शक्ति के अन्दर असीम शक्ति का भण्डार होता है। युवा वर्ग एक कच्ची मिट्टी के बर्तन जैसा होता है, उसको आप चाहे जिस आकार में ढालना चाहें ढाल सकते हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि युवा...
Continue reading »
January 9, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
राष्ट्र निर्माण में विद्यार्थीयों का योगदान Rashtra Nirman me Vidhyarthiyo ka Yogdan निबंध संख्या :- 01 किसी भी राष्ट्र की उन्नति का आधार और प्रतिष्ठा उसकी भावी पीढ़ी पर होता है । जो बासी हो गया, जीर्ण हो गया, समयातीत हो गया, उस फूल को डाल से चिपके रहने का कोई अधिकार नहीं है। यही सोचकर शायद कविवर जयशंकर प्रसाद जी ने ठीक ही कहा है- प्रकृति के यौवन का श्रृंगार...
Continue reading »
January 9, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment