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Aadha Dukh, “आधा दुःख” Hindi motivational moral story of “Rahul Sankrityayan” for students of Class 8, 9, 10, 12.
आधा दुःख
Aadha Dukh
सुप्रसिद्ध विद्वान और लेखक राहुल सांकृत्यायन की पत्नी की घड़ी खो गई। वह बहुत दु:खी हुई। उन्हें दुःखी देखकर राहुल सांकृत्यायन ने पूछा- “क्यों, घड़ी कितने की थी ?”
पत्नी ने तत्काल उत्तर दिया, ‘अस्सी रुपये की ।’
राहुल सांकृत्यायन ने कुछ विचारते हुए कहा, “अच्छा ! तुम तो जानती हो कि किसी वस्तु को खरीदने के पश्चात् उसका मूल्य आधा रह जाता है। इसलिए तुम भी आधा ही दुःख मनाओ।”