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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 153)
आधुनिक-संस्कृति Modern Culture आधुनिकता बनाम प्राचीनता–आधुनिक संस्कृति प्राचीन हिन्दू और मुस्लिम, संस्कृतियों तथा पाश्चात्य संस्कृति का समन्वित रूप है। सौन्दर्यमय दृष्टिकोण बनाकर जीवन के विषय में विचार करना, उसे अपनाना आधुनिक संस्कृति है। ‘स्व’ के अहम की वृद्धि और निजी सुख की अभिलाषा आधुनिक संस्कृति के लक्षण हैं। निरार्ग, प्रकृति और राज्य के विधि-विधाओं का तिरस्कार आधुनिक संस्कृति का उद्देश्य है। सनातनता एवं निरन्तरता-आदि काल से अजम्न प्रवाहित भारतीय संस्कृति...
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January 24, 2019 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत में परमाणु परीक्षण Bharat me Nuclear Test भारत में 11 व 13 मई, 98 को बुद्ध-स्थल पर राजस्थान के पोखरण में क्रमशः तीन व दो परमाणु विस्फोट होने से सारे विश्व में तहलका मच गया है। अब भारत भी परमाणु शक्ति सम्पन्न देशों में सम्मिलित हो गया है। परीक्षण के इन धमाकों ने सारे संसार को चकित कर दिया है। परीक्षण स्थल से निकट के गाँव खेतोलाइ के मकानों में...
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January 24, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मदर टेरेसा Mother Teresa भूमिका : प्रेम मानव की ऐसी सर्वोत्तम भावना है जो मानव को सच्चा मानव बनाती है। मानवता के प्रति प्रेम को किसी देश, जाति या धर्म की संकुचित परिधि में नहीं बाँधा जा सकता। जिस व्यक्ति के मन में ममता, करूणा की भावना हो, वह अपना समस्त जीवन मानव की सेवा करने में अर्पित कर देता है। विश्व में मानव की निःस्वार्थ भाव से सेवा करने...
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January 24, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सोनिया गाँधी Sonia Gandhi भारत के राजनैतिक रंगमंच पर सोनिया गाँधी का आना एक जादुई करिश्मे की तरह प्रतीत होता है। श्रीमती इंदिरा गाँधी के दूसरे बेटे संजय गाँधी की दुर्घटना में मौत के पहले राजीव गाँधी या उनकी पत्नी सोनिया गाँधी का नाम महज इंदिरा गाँधी के पारिवारिक सदस्य के रूप में लिया जाता था। संजय की मृत्यु के बाद राजीव गाँधी भारतीय राजनीति में आए, भारत के प्रधानमंत्री भी...
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January 24, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
डॉ. मनमोहन सिंह : भारत के चौदहवें प्रधानमंत्री Dr. Manmohan Singh मनमोहन सिंह, हमारे 14वें प्रधानमंत्री, अपार सादगी और सम्पूर्ण सज्जनता के प्रतीक हैं। इनका जन्म 26 सितम्बर 1932 को पश्चिमी पंजाब (अब पाकिस्तान) के गाह नामक गाँव में हुआ था। इन्होंने ऑक्सफॉर्ड विश्वविद्यालय से एम.ए. और। डी. फिल. की उपाधि पाई तथा हौनौरिस कौसा विश्वविद्यालय (Honor is Cause University) से डी. लिट. की उपाधि अर्जित किया। इनके तीक्ष्ण शैक्षाणिक पृष्ठभूमि...
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January 24, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
हमारे बारहवें राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम Dr. APJ Abdul Kalam वे शुद्ध पायलट बनना चाहते थे। वैज्ञानिक बन गये। उनके पिता उन्हें कलक्टर बनाना चाहते थे। पर वे राष्ट्रपति बन गये। यानी कुछ भी न उनकी मर्जी का हुआ न उनके पिता की मर्जी की। फिर भी उन्होंने बेमर्जी के जो कुछ किया उससे देश का गौरव बढ़ा और वे भारतरत्न’ बन गये। इसके बीच बहत कुछ बदलता गया, लेकिन...
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January 24, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
भाग्य और पुरुषार्थ Bhagya Aur Purusharth हमारे समाज में दो प्रकार की मान्यताएँ प्रचलित हैं- पहली भाग्यवाद तथा दूसरी पुरुषार्थवाद। भाग्यवादियों का विचार है कि किस्मत में जो कुछ लिखा है वह सब मिल जाएगा। ऐसे व्यक्ति न तो कोई काम करते हैं और न ही किसी काम के प्रति उनमें कोई उत्साह जागता है। दूसरी श्रेणी के व्यक्ति पुरुषार्थवादी होते हैं जिनका ध्येय है प्रमाद को छोड़ कर्मरत रहना। कर्म...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
नैतिक शिक्षा का महत्व Naitik Shiksha ka Mahatva निबंध नंबर :- 01 ‘नैतिकता’ से अभिप्राय है-आचरण की शुद्धता तथा आदर्श मानवीय मूल्यों को अपनाना। सत्य, अहिंसा, प्रेम, सौहार्द, बड़ों का सम्मान, अनुशासन-पालन, दुर्बल एवं दीन-हीनों पर दया तथा परोपकार आदि गुणों को अपनाना ही नैतिकता का वरण करना है। सभी प्राणियों में ईश्वर का नूर देखना, न्याय-पथ पर चलना, शिष्टाचार का पालन करना- कुछ ऐसे मूल्य हैं जिनका वर्णन प्रत्येक धर्मग्रंथ...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment