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Hindi Essay on “Pahado ki Yatra” , ”पहाड़ों की यात्रा ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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पहाड़ी स्थल की यात्रा Pahadi Sthal ki Yatra या  पहाड़ों की यात्रा  Pahado ki Yatra” निबंध नंबर :- 01 पहाड़ आज भी दूर से ही मेरा मन आकर्षित कर लेते हैं। बचपन में जब मैं किसी दूर से ही किसी पहाड़ या ऊंचे टीले को देखता, तो ऐसा लगता, जैसे वे पहाड़ और टीले मुझे बुला रहे हैं। दो-चार मील की दूरी तक के रूखे-सूखे पहाड़ों तक तो कई बार सरपट...
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Hindi Essay on “Garmi ka Ek Din” , ”गर्मी का एक दिन” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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गर्मी का एक दिन Garmi ka Ek Din प्राकृतिक नियम के अनुसार मूल रूप से जीवन-संसार में कुछ भी अनावश्यक, बुरा या भयानक नहीं है। प्रकृति का जो चक्र अनादिकाल से चला आ रहा है, वह वास्तव में सभी प्राणियों की सुविध-असुविधा को प्राकृतिक नियम से ही ध्यान में रखकर चल रहा है। परंतु उसमें तरह-तरह की बाधांए पैदा कर कई बार हम स्वंय और हमारी तथाकथित खोजें ही उन्हें भयानक...
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Hindi Essay on “Gantantra Diwas – 26 January” , ”गणतंत्र-दिवस – 26 जनवरी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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गणतंत्र-दिवस – 26 जनवरी Gantantra Diwas – 26 January    आज के संसार में कई प्रकार के राजनीतिक बाद तंत्र प्रचलित है। हमारा देश प्रभुसत्ता संपन्न राष्ट्र है। अत: राजनैतिक वादों की दृष्टि से इसका प्रशासन तंत्र गणतंत्र या जनतंत्र की भावना पर आधारित है। स्वतंत्रता-प्राप्ति के बाद हमारे देश का जो नया और अपना संविधान बना, वह सन 1950 की 26 जनवरी को इस देश में लागू किया गया। इस संविधान...
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Hindi Essay on “Dussehra”,”Vijaydashmi”, ”दशहरा”,”विजयदशमी ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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विजयदशमी  Vijaydashmi या दशहरा Dussehra  निबंध नंबर : 01  त्योहारों के बहुआयामी स्वरूप वाले इस देश में विजयदशमी या दशहरा सारे देश में किसी-न-किसी रूप में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक हैं। यह वर्षो ऋतु की समाप्ति पर ही मनाया जाता है। इस दिन लोग गन्ना अवश्य चखते हैं, अत: किसी-न-किसी स्तर इसे ऋतु की नई फसल के साथ जुड़ा हुआ त्योहार भी कहा ही जा सकता है।...
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Hindi Essay on “Dipawali” ,”Diwali”, ”दीपावली”, “दीवाली “Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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दीपावली Dipawali    या    दीवाली  Diwali ऋतु-परिवर्तन के अवसर पर मनाया जानेे वाला प्रकाश और उज्जवलता का पुण्य पर्व दीपावली। हमारे देश में अत्यंत प्राचीन कला से जिन त्योहारों को सामूहिक स्तर पर मनाने की परंपरा है, दीपावली या दिवाली उनमें सर्वप्रमुख है। यह आनंद और प्रकाश का त्योहार है। अज्ञान, अन्याय, अत्याचार और अंधकार के विरुद्ध ज्ञान, न्याय और प्रकाश की अभूतपूर्व विजय का त्योहार है। भारत में मनाए...
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Hindi Essay on “Hamare Rashtriya Parv”, “Hamare Rashtriya Tyohar ” , ”हमारे राष्ट्रीय पर्व”, “हमारे राष्ट्रीय त्योहार” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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हमारे राष्ट्रीय पर्व Hamare Rashtriya Parv या  हमारे राष्ट्रीय त्योहार Hamare Rashtriya Tyohar      उत्सव-आनंद मनाना मानव का जन्मजात स्वभाव है। यह स्वभाव पर्व और त्योहारों के मनाने के रूप में ही प्रत्यक्ष व्यंजित हुआ करता है। पर्व और त्योहार किसी भी देश की आंतरिक ऊर्जा, आनंद की भावना और जीवन की जीवंतता के परिचायक हुआ करते हें। भारत को इस बात का गोरव प्राप्त है कि यहां आंतरिक ऊर्जा...
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Hindi Essay on “Hamare Padosi Desh” , ”हमारे पड़ोसी देश” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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हमारे पड़ोसी देश Hamare Padosi Desh निबंध नंबर : 01 कहावत है कि अच्छा पड़ौसी साभाज्य से ही मिला करता है। भारत महान परंपराओं वाला एक महान देश रहा और आज भी है। कभी इसका स्वरूप एंव आकार-प्रकार सुदूर तक फैला हुआ बड़ा ही विशाल ओर सुविस्तृत था। आज के पड़ोसी कहे जानेव ाले बहुत से देश कभी विशाल भारत के ही प्रांत एंव अंग थे। समय के साथ-साथ कुछ तो...
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Hindi Essay on “Khuli Arthniti” , ”खुली अर्थनीति” Complete Hindi Essay for Class 9, Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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खुली अर्थनीति : प्रभाव और भविष्य Khuli Arthniti :  Prabhav Aur Bhavishya किसी भी देश, उसकी सरकारी, कारोबार का आधार वहां की देश एंव जनहित में सुविचारित और निर्धारित अर्थनीति ही हुआ करता है। अर्थनीति का सुविचारित होना ही मात्र अच्छा नहीं हुआ करता, उसके अनुसार सही ढंग से चलने पर ही उसके सुपरिणाम सामने आया करते हैं। सुपरिणाम वही कहे और माने जाते हैं, जिनसे मात्र गिने-चुने लोगों का ही...
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