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Posts tagged "Hindi essays" (Page 245)
प्रदूषण : एक समस्या निबंध नंबर – 01 पर्यावरण का अर्थ – पर्यावरण का अर्थ है – हमारे चारों और का वातावरण | दुर्भाग्य से हमारा यही पर्यावरण आज दूषित हो गया है | प्रदूषण मुख्यत : तीन प्रकार का होता है – वायु-प्रदूषण, जल-प्रदूषण तथा ध्वनि-प्रदूषण | प्रदूषण के कारण – प्रदूषण का जन्म अंधाधुंध वैज्ञानिक प्रगति के कारण हुआ है | जब से मनुष्य ने प्रकृति के...
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June 21, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दहेज-प्रथा : एक गंभीर समस्या Dahej Pratha Ek Gambhir Samasya निबंध नंबर – 01 दहेज का बदलता स्वरूप – भारतीय नारी का जीवन जिन समस्याओं का नाम सुनते ही कॉप उठता है – उनमें सबसे प्रमुख है – दहेज | प्ररंभ में दहेज़ कन्या के पिता दुवरा स्वेच्छा-से अपनी बेटी को दिया जाता था | विवाह के समय बेटी को प्रोमोपहार देना अच्छी परंपरा थी | आज भी इसे प्रेम-उपहार...
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June 21, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages4 Comments
छात्र और शिक्षक विचार–बिंदु-. घर–प्रारंभिक पाठशाला, माता–पिता प्रथम शिक्षक • विद्यालय में शिक्षक ही माता–पिता • शिक्षक का दायित्व : पढ़ाना, दिशा–निर्देशन, सत्कार्यों की प्रेरणा • छात्र का दायित्व, परस्पर संबंध • दोनों परस्पर अपने–अपने दायित्वों को समझें। घर–प्रारंभिक पाठशाला, माता–पिता प्रथम शिक्षक–पूरा जीवन एक विद्यालय है। हर व्यक्ति विद्यार्थी भी है और शिक्षक भी। कोई भी मनुष्य किसी से कुछ सीख सकता है। बच्चे के...
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June 21, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages5 Comments
मेरे जीवन का लक्ष्य या उदेश्य Mere Jeevan ka Lakshya Top 5 Hindi Essay on ” Mere Jeevan Ka Lakshya” निबंध नंबर – 01 लक्ष्य का निश्चय – मैं दसवीं कक्षा का छात्र हूँ | मेरे मन में एक ही सपना है कि मैं इंजीनियर बनूँगा | लक्ष्यपूर्ण जीवन के लाभ – जब से मेरे भीतर यह सपना जागा है, तब से मेरे जीवन में अनेक परिवर्तन आ गये हैं |...
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June 21, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages13 Comments
मेरी प्रिय पुस्तक मेरी प्रिय पुस्तक – कुरुक्षेत्र – मेरी सबसे प्रिय पुस्तक है – रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की ‘कुरुक्षेत्र’ | यह युद्ध और शांति का समस्या पर आधारित है | इसमें महाभारत के उस प्रसंग का वर्णन है जब युद्ध के समाप्त होने पर भीषण शर-शय्या पर लेते हुए हैं | उधर पांडव अपनी जीत पर प्रसन्न हैं | परंतु धर्मराज युधिष्टर इतने लोगों की मृत्यु और बरबादी पर...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
निबंध नंबर : 01 पुस्तकों का महत्व पुस्तकें : हमारी मित्र – पुस्तकें हमारी मित्र हैं | वे अपना अमृत-कोष सदा हम पर न्योछावर करने को तैयार रहती हैं | अच्छी पुस्तकें हमें रास्ता दिखाने के साथ-साथ हमारा मनोरंजन भी करती हैं | बदले में वे हमसे कुछ नहीं लेतीं, न ही परेशान या बोर करती हैं | इससे अच्छा और कौन-सा साथी हो सकता है कि जो केवल कुछ देने...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages35 Comments
पुस्तकालय और उसका सदूपयोग पुस्तकालय-ज्ञान के मंदिर – पुस्तकालय ज्ञान के मंदिर हैं | उन्नति के सभी सूत्र पुस्तकालयों में रखी पुस्तकों में सुरक्षित हैं | कोई भी विकासेच्छु मनुष्य इनकी सहायता से मनवांछित उन्नति कर सकता है | आधुनिक पुस्तकालय – आधुनिक पुस्तकालय बड़े व्यवस्थित होते हैं | इनमें लाखों की संख्या में पुस्तकें संग्रहित होती हैं | सैंकड़ों पत्र-प्त्र्कायों आती हैं | आजकल इलेक्ट्रॉनिक साधन भी उपलब्ध...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages7 Comments
छात्र–अनुशासन Chatra Anushasan विचार–बिंदु-• अनुशासन का अर्थ और महत्त्व • अनुशासन की प्रथम पाठशाला परिवार • व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन के लिए अनुशासन आवश्यक • अनुशासन–एक महत्त्वपूर्ण जीवन–मूल्य। अनुशासन का अर्थ और महत्त्व–अनुशासन का अर्थ है-नियम के अनुसार चलना, नियंत्रण या व्यवस्था। विद्यार्थी और अनुशासन का परस्पर गहरा संबंध है। अनुशासन के बिना विद्या ग्रहण करने का कार्य नहीं किया जा सकता। अनुशासन की प्रथम पाठशाला परिवार–अनुशासन की पहली पाठशाला है-परिवार...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages4 Comments