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Posts tagged "Hindi essays" (Page 215)
भारत की वैज्ञानिक प्रगति Bharat Ki Vegyanik Pragati ज्ञान-विज्ञान की अनवरत प्रगतियों वाले आज के विश्व में किसी भी देश की प्रगति का मानदंड उन्नत वैज्ञानिक संसाधन ही माने जाते हैं। 15 अगस्त 1947 में जब भारत विभाजन होकर स्वतंत्र हुआ था, तब देश की आवश्यकतांए पूर्ण करने के लिए सामान्य सुई औश्र ऑलपिन तक का आयोजन किया जाता था। इसके विपरीत आज भारत प्राय: उस सब-कुछ का निर्यात करने लगा...
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July 17, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
विज्ञान और मानवता का भविष्य Vigyan aur Manavta ka Bhavishya संसार में कोई वस्तु नई हो या पुरानी, हर प्रकार से मानव-सापेक्ष हुआ करती है। विज्ञान भी इसका अपवाद नहीं कहा जा सकता। किसी पुस्तक में पढ़ा था, गाय के स्तनों पर यदि जोंग को चिपका दिया जाए, तो दूध पीने के स्थान पर वह उसका खून चूसने लगेगी। जल्द ही वह गाय निचुडक़र समाप्त हो जाएगी। ठीक वही स्थिति...
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July 17, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विज्ञान और शिक्षा Vigyan Aur Shiksha निबंध नंबर:- 01 आज जिस युग में हम मानव कहे जाने वाले प्राणी सांस ले रहे हैं, उसे मुख्य रूप से विज्ञान का युग कहा जाता है। शिक्षा मात्र आज का विषय न होकर मानव-जाति के साथ आरंभ से ही जुड़ा आ रहा विषय है और तब तक जुड़ा रहेगा, जब तक मानवता का अस्तित्व समाप्त नहीं हो जाता। आज के संदर्भों में कहा जा...
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July 13, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विज्ञान और धर्म Vigyan Aur Dharam 5 Best essays on “Dharm aur Vigyan” निबंध नंबर :-01 विज्ञान और धर्म, समान्यताया बल्कि संपूर्णतया दोनों के क्षेत्र अलग-अलग हैं। ‘धरायते इति धर्म:’ इस उक्ति के अनुसार धर्म वह है, जिसमें समस्त उदात्त, उदार और महान मानवीय वृत्तियों, सदगुणों को धारण करने की अदभुत क्षमता विद्यमान रहती है। इस दृष्टि से धर्म का कोई स्थल एंव निर्धारित स्वरूप नहीं होता। अपने-आपमें वह मात्र एक...
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July 13, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम Bharat ka Antariksh Karyakaram या अंतरिक्ष में भारत Antariksh me Bharat आज का वैज्ञानिक मानव धरती के सारे रहस्य पा लेने के बाद, उसकी सीमा से ऊब अब अंतरिक्ष में विचरण करने लगा है। हमारा देश भी इस दिशा में पीछे नहीं। विकासशील देश होते हुए भी अंतरिक्ष-विज्ञान के क्षेत्र में कुछ अदभुत करिश्में दिखाकर भारत ने विश्व के समुन्नत देशों को भी कई बार चकित-विस्मित कर...
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July 13, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
पहाड़ी स्थल की यात्रा Pahadi Sthal ki Yatra या पहाड़ों की यात्रा Pahado ki Yatra” निबंध नंबर :- 01 पहाड़ आज भी दूर से ही मेरा मन आकर्षित कर लेते हैं। बचपन में जब मैं किसी दूर से ही किसी पहाड़ या ऊंचे टीले को देखता, तो ऐसा लगता, जैसे वे पहाड़ और टीले मुझे बुला रहे हैं। दो-चार मील की दूरी तक के रूखे-सूखे पहाड़ों तक तो कई बार सरपट...
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July 12, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
गर्मी का एक दिन Garmi ka Ek Din प्राकृतिक नियम के अनुसार मूल रूप से जीवन-संसार में कुछ भी अनावश्यक, बुरा या भयानक नहीं है। प्रकृति का जो चक्र अनादिकाल से चला आ रहा है, वह वास्तव में सभी प्राणियों की सुविध-असुविधा को प्राकृतिक नियम से ही ध्यान में रखकर चल रहा है। परंतु उसमें तरह-तरह की बाधांए पैदा कर कई बार हम स्वंय और हमारी तथाकथित खोजें ही उन्हें भयानक...
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July 12, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
गणतंत्र-दिवस – 26 जनवरी Gantantra Diwas – 26 January आज के संसार में कई प्रकार के राजनीतिक बाद तंत्र प्रचलित है। हमारा देश प्रभुसत्ता संपन्न राष्ट्र है। अत: राजनैतिक वादों की दृष्टि से इसका प्रशासन तंत्र गणतंत्र या जनतंत्र की भावना पर आधारित है। स्वतंत्रता-प्राप्ति के बाद हमारे देश का जो नया और अपना संविधान बना, वह सन 1950 की 26 जनवरी को इस देश में लागू किया गया। इस संविधान...
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July 10, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment