Home » Posts tagged "Hindi Essay" (Page 65)

Videsh mein Bharatiyo ki Samasyaye “विदेश में भारतीयों की समस्याएं” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Students.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
विदेश में भारतीयों की समस्याएं Videsh mein Bharatiyo ki Samasyaye आज भारतीय प्रवासी समुदाय विश्व की संस्कृति में एक महत्वपूर्ण और कुछ अंश तक अनोखी ताकत के रूप में संघटित है। अनमान है कि “पूरे विश्व में लगभग 14 मिलियन विदेश में रहने वाले लोग भारतीय जिनमें विदेश से बसे हुए भारतीय नागरिक तथा साथ ही भारतीय मूल के ऐसे व्यक्ति शामिल हैं जिन्होंने विदेशी नागरिकता धारण कर ली है” उदाहरणस्वरूप...
Continue reading »

Atithi Devo Bhava “अतिथि देवो भव:” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 10, 12 and Graduate Students.अतिथि देवो भव:

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
अतिथि देवो भव: Atithi Devo Bhava भारत में परम्परागत रूप से किसी मेहमान को ईश्वर के बाद दूसरा दर्जा दिया जाता है और इसलिए वह अत्यन्त महत्वपूर्ण होता है। प्रत्येक व्यक्ति से यह अपेक्षा की जाती है कि वह अपने मेहमानों का ध्यान रखें और उन्हें किसी भी तरह की तकलीफ न दे। दूसरी ओर, मेहमान को अपने मेजबान के प्रति पूर्णतया वफादार होना पड़ता है क्योंकि वह उसके घर का...
Continue reading »

Pathshala mein manaya gya Gantantra Diwas “पाठशाला में मनाया गया – गणतंत्र दिवस ” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 9, 10, 12 Students.

Pathshala-mein-manaya-gya-Gantantra-Diwas
पाठशाला में मनाया गया उत्सव – गणतंत्र दिवस गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। प्रतिवर्ष 26 जनवरी को यह पर्व मनाया जाता है। 26 जनवरी सन् 1950 के दिन हमारा देश एक स्वतंत्र एवं पूर्ण गणराज्य बना था। इस दिन से ही देश में भारतीय संविधान लागू हुआ तथा उसके नियमों के अनुसार कामकाज प्रारंभ हुआ था। यद्यपि 15 अगस्त सन् 1947 को हमारा देश आजाद हो गया था, अतः उस...
Continue reading »

Meri Ruchiya “मेरी रुचियां ” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 9, 10, 12 Students.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
मेरी रुचियां  मनुष्य के जीवन में रुचियों का बड़ा महत्वपूर्ण स्थान है। रुचियाँ उसे रूखेपन से मोड़कर एक सहृदय और कोमल इंसान बनाने में सहायता करती हैं। एक व्यक्ति की अनेक रुचियाँ हो सकती हैं। किताबें पढ़ना, टहलना, तैरना, खेलना, डाक टिकिट संग्रह करना, डायरी लिखना, बागवानी करना, पक्षियों का अवलोकन करना, वन्य प्राणियों की जानकारी एकत्र करना, माचिस के लेबल एकत्र करना, प्राचीन सिक्कों का संग्रह, लोक गीतों का संग्रह,...
Continue reading »

Pradushit hote Jal Strot “प्रदूषित होते जल स्रोत” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 9, 10, 12 Students.

Pradushit-Hote-Jal-Strot-Essay
प्रदूषित होते जल स्रोत वेदों में कहा गया है – जल ही जीवन है। जल जीवन की अनिवार्य जरूरत कसके बिना जीवन सम्भव नहीं है। जल स्रोत वे साधन हैं, जिनसे जीवधारियों को जल प्राप्त होता है। कुओं, नदी, तालाब, झरना, समुद्र आदि जल के स्रोत हैं। जनसंख्या की वृद्धि, सघनता और आधुनिक जीवन शैली ने हमारे जल स्रोतों को प्रदूषित कर दिया है। इस कारण मनुष्य सहित सभी जीव-जंतुओं के...
Continue reading »

Mera Priya Neta – Jawahar Lal Nehru “मेरा प्रिय नेता – पंडित जवाहरलाल नेहरू” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
मेरा प्रिय नेता – पंडित जवाहरलाल नेहरू पंडित जवाहर लाल नेहरू एक युग निर्माता एवं युग सृष्टा थे। इस महापुरुष का आविर्भाव उस समय हुआ, जब देश अंग्रेजों के क्रूर शासन से पीड़ित था और साम्प्रदायिकता का विष वमन हो रहा था। उन्होंने न केवल हमारे देश को दासता की बेड़ियों से मुक्त कराया वरन् शान्ति, सहअस्तित्व एवं तटस्थता की नीति के आधार पर भारत को विश्व के अग्रगण्य एवं प्रगतिशील...
Continue reading »

Mahapurush ki Jeevani Mahatma Gandhi “महापुरुष की जीवनी – महात्मा गाँधी ” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
महापुरुष की जीवनी – महात्मा गाँधी   2 अक्टूबर को सारे देश में गाँधी जयंती मनाई जाती है। इसी दिन सन 1880 को गुजरात प्रदेश के पोरबंदर नामक स्थान पर मोहनदास करमचंद गाँधी का जर हुआ था। गाँधीजी के पिताजी का नाम करमचंद गाँधी तथा माताजी का नाम पुतली बाई था। उनके पिता पोरबंदर के दीवान थे। उनकी माताजी धार्मिक विचारों युक्त ममतालु तथा सद्विचारों को मानने वाली महिला थीं। गाँधीजी...
Continue reading »

Dharmik Parv – Deepawali “धार्मिक पर्व – दीपावली” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 9, 10, 12 Students.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
धार्मिक पर्व – दीपावली मनुष्य को जीवन में पल-पल समस्याओं से जूझना पड़ता है। इन समस्याओं से जूझने में उसे अपनी सारी शक्ति लगा देनी पड़ती है। अतः मनुष्य चाहता है कि उसे कुछ क्षण ऐसे मिलें, जिसमें वह सुख एवं प्रसन्नता का अनुभव करे। मानव जीवन में शान्ति और आनंद की अनुभूति उत्पन्न करने की दृष्टि से त्योहारों का सूत्रपात हुआ। प्रत्येक समाज के अपने-अपने त्योहार होते हैं। मुसलमानों के...
Continue reading »