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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 169)
निःशस्त्रीकरण Nishastrikaran निबंध संख्या: 01 निःशस्त्रीकरण का अभिप्राय है घातक शस्त्रास्त्र पर नियंत्रण रखना और शस्त्रों की बढ़ती संख्या को रोकना। विश्व-शांति का मूल उपाय निःशस्त्रीकरण में ही निहित है। आज विश्व शस्त्रों के अम्बार के नीचे दमघोंटू परिस्थिति में पड़ा हुआ है। विज्ञान ने इतने शक्तिशाली बमों का निर्माण कर लिया है कि विश्व की शांति के लिए खतरा पैदा हो गया है। प्रधानमंत्री नेहरू ने आधुनिक अस्त्रो की...
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September 18, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
नास्टैल्जिया Nostalgia आजकल हर जगह नास्टैल्जिया का व्यापार किया जा रहा है। एक संगीत कम्पनी ने फ्लैशबैक नामक एक एलबम के लिए 21 हिट गानों का चयन किया। यह कम्पनी तीसरे-चैथे दशक से संगीत का व्यापार कर रही है। उसके संग्रह में ऐसी धुनें हैं जिनसे लगभग प्रत्येक पीढ़ी की भावनाएं गहराई से जुड़ी हुई हैं। वस्तुतः इस कंपनी ने युगों पहले नास्टैल्जिया को कमाऊ जरिया बना लिया था। हम...
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September 18, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दल-बदल की राजनीति Dal-Badal ki Rajniti दल-बदल का सामान्य अर्थ अपने दायित्व को त्यागना या उससे मुकरना है। लेकिन राजनीति में विशेष स्थितियों में इसके विभिन्न स्वरूप होते हैं। जैसे-दल का बदलना, जिस दल के अधीन चुनाव लड़े उस दल का त्याग, कोई दल छोड़ना या फिर उसमें शामिल होना आदि। अभी तक दल-बदल की कोई सार्वभौमिक एवं सर्व स्वीकृत परिभाषा नहीं बन पाई है। इस दिशा में डाॅ. सुभाष...
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September 18, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
चुनाव या निर्वाचन Chunav ya Nirvachan ‘जम्हूरियत वह तर्ज-ए-हुकूमत है कि जिसमें, बन्दों को गिना करते हैं, तौला नहीं करते।‘ – मो. इकबाल भारत एक प्रजातांत्रिक देश है। प्रजातांत्रिक शासत-प्रणाली में शासन जनता के हाथों में होता है। लेकिन यह संभव नहीं है कि जनता स्वयं शासर करे। इसमें जनता द्वारा चयनित या निर्वाचित प्रतिनिधि शासन चलाते हैं। इन प्रतिनिधियों का चयन जिस प्रक्रिया द्वारा होता है उसे ही ‘चुनाव...
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September 18, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
गांधी चिंतन Gandhi Chintan गांधी दर्शन जितना पवित्र और आदर्शात्मक था उतना ही तत्कालीन भारत के लिए उपयोगी भी था। लेकिन 21वीं सदी में यह दर्शन हमारी जीवन शैली से दूर होता जा रहा है और ऐसा मालूम होने लगा है कि गांधी जी के सपनों का भारत कहीं खो गया है। सत्य के नाम पर झूठ एवं धोखाधड़ी, अहिंसा के नाम पर हिंसा और सादगी और सत्याग्रह के नाम...
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September 17, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
गंगा-प्रदुषण की समस्या Ganga – Pradushan Ki Samasya पुण्य-सलिला गंगा के जल को सर्वपापहारी, सर्वरोगहारी अमृत-तुल्य माना गया है। यही कारण है कि हिन्दुओं के अनेक तीर्थ हरिद्वार, काशी, प्रयाग आदि गंगा के तट पर स्थित हैं। आर्थिक दृष्टि से गंगा के उपकारों का भारत सदैव ऋणी रहेगा। अनगिनत कल-कारखाने गंगा-तट पर स्थापित किए गए हैं तथा उत्तर प्रदेश, बिहार एवं बंगाल का विशाल क्षेत्र गंगा-जल से सिंचित उर्वर कृषि-क्षेत्र. बना...
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September 17, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
गंगा नदी Ganga Nadi Essay No. 01 परिचय-गंगा हमारे देश की सबसे पवित्र नदी है। एक पौराणिक कथा के अनुसार भगीरथ के प्रयास से गंगा पृथ्वी पर आई। कहा जाता है कि गंगा के जल में कीड़े नहीं पड़ते। इसका जल स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत उत्तम माना जाता है। किंतु अब यह पुरानी मान्यता भर रह गई है। गंगा नदी के प्रदूषण के कारण-गंगा हिमालय के गंगोत्री नामक स्थान से...
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September 17, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
उत्पाद पेटेंट व्यवस्था Utpad patent vyastha विश्व व्यापार संगठन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने पेटेंट अधिनियम में संशोधन हेतु एक अध्यादेश 25 दिसम्बर 2004 को जारी किया। इससे बहुविवादित रही उत्पाद पेटेंट व्यस्था 1 जनवरी 2004 से प्रभावी हो गई। इसके पूर्व 1999 एवं 2002 के पेटेंट (संशोधन) अधिनियमों के जरिये प्रक्रिया पेटेंट को लागू कर दिया गया था, जबकि दवाओं, रसायनों एवं...
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September 17, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment