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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 146)
विज्ञान और हमारा जीवन Vigyan aur Hamara Jeevan प्रस्तावना : आज का युग ज्ञान-विज्ञान सभी प्रकार की प्रगतियों एवं विकास का युग माना गया है। आज का वैज्ञानिक मानव इस धरती पर विद्यमान सभी प्रकार के तत्त्वों को जान चुका है। समुद्र का अवगाहन एवं धरा प्रभाव का दोहन भली प्रकार से कर चुका है। इसी कारण अब उसकी दृष्टि अन्तरिक्ष में विद्यमान अन्य ग्रहों के दोहन एवं अवगाहन की...
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April 1, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
दूरदर्शन की उपयोगिता Doordarshan ki Upyogita प्रस्तावना : दूरदर्शन यंत्र पूर्णतया बीसवीं शताब्दी की देन है। हमारे प्राचीन ग्रंथों में भी इस प्रकार के यंत्रों का उल्लेख मिलता है। महाभारत युग में भी संजय के पास दूरदर्शन सरीखा कोई यंत्र रहा होगा, जिस के माध्यम से वे महाराज धृतराष्ट्र को महाभारत युद्ध की सम्पूर्ण गाथा सुनाते रहे थेयदि इस बात को सत्य स्वीकार कर लिया जाए, तो यह भी सत्य है।...
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April 1, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages2 Comments
परमाणु बम की उपयोगिता Parmanu Bomb ki Upyogita प्रस्तावना : उपयोगी और वह भी बम ! लेकिन फिर भी यह एक अनुभूत तथ्य है। कि हर वस्तु का चाहे वह कितनी ही भयावह और मारक क्यों न हो, एक उजला एवं उपयोगी पक्ष भी हुआ करता है। साँप जी हाँ, साँप और उस का विष मात्र एक ही क्षण में मनुष्य के प्राण तक ले सकता है। लेकिन उसी विष से...
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April 1, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मानव की चंद्रयांत्रा Manav ki Chandra Yatra प्रस्तावना : मानव स्वभावत: जिज्ञासु है। जैसे-जैसे उसका ज्ञान बढ़ता जाता है। वैसे-वैसे ही उसकी ज्ञान की पिपासा और अधिक बढ़ती जाती है। मानव की इस जीवन-व्यापिनी जिज्ञासा ने विज्ञान के अनेक आविष्कारों को जनम दिया है। अतीत की अनेक घटनाएं मानव-कल्पना मात्र ही समझता था। आज से कुछ समय पहले लोग पुष्पक विमान का नाम सुनकर उपहास करते थे। अनेक परियों की कहानियाँ...
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March 27, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत का परमाणु विस्फोट Bharat ka Parmanu Visfot प्रस्तावना : ‘सृजन और विनाश’ प्रकृति नदी के हमेशा चलने वाले दो चक्र हैं। न्याय दर्शन के अन्तर्गत बतलाया गया है कि जाली के अन्तर्गत दिखाई पड़ने वाले छोटे-छोटे कण ही अणु होते हैं। एक अणु का साठवाँ भाग परमाणु कहलाता है। ये इतने सूक्ष्म होते हैं कि ज़िनको अक्षुवीक्षण यन्त्र के द्वारा भी नहीं देखा जा सकता। एक सूई की नोंक में...
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March 27, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत में सिनेमा के प्रभाव Bharat me Cinema ke Prabhav प्रस्तावना : विगत छ: सात दशकों में विज्ञान के जिन आविष्कारों ने जीवन में सुख एवं समृद्धि की लहर उत्पन्न की, उनमें चलचित्र विशेष रूप से उल्लेखनीय है। हमारा मस्तिष्क एवं रहन-सहन इसके प्रभाव से वंचित न रह सका। सच तो यह है कि इस आधुनिक युग के प्राणी को इस आविष्कार ने बिल्कुल ही बदल डाला है। चलचित्र का आविष्कार...
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March 27, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत की प्रमुख समस्याएँ Bharat ki Pramukh Samasyaye प्रस्तावना : जीवन और संघर्ष परस्पर समानार्थी हैं। शिशु ‘बीज’ रूप में जन्म पाते ही संघर्षरत हो जाता है। यहाँ तक कि कोमलता की प्रतीक सौन्दर्यानुभूति भी रूप-किरण और नयन-पटल के संघर्ष के बिना असम्भव है। एक राष्ट्र को सबल बनने के लिए। समस्याएँ आती हैं। 15 अगस्त सन् 1947 के बाद सूर्य की। प्रभा में जब शिशु (स्वतन्त्र भारत) ने जन्म लिया,...
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March 27, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
गरीबी हटाओ Garibi Hatao प्रस्तावना : यह कथन हमारे हृदय में चेतना भर देता है। कि यदि देश को पुनः ‘सोने की। चिडिया’ के रूप में देखना है तो न केवल ‘गरीबी हटाओ’ के नारे को बुलन्द करना है अपितु उसके सहयोगी एवं मूलभूत तत्त्वों की। ओर भी दृष्टिपात करना होगा; क्योंकि परिवार, समाज या देश कुछ। भी हो निर्धनता उसका सबसे बड़ा कलंक है। गरीब की कोई सहायता नहीं करता,...
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March 27, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment