The right and Wrongs of Conversion POINT TO DEVELOP 1. Meaning of conversion in the theological sense of the term. Historical perspective and well-known instances of conversions. The concept dates back to Vedic times. In earlier times, conflict over conversion took the form of debate and discussions, which ultimately reformed the orthodox religion. Hinduism is a classic example. Violent clashes were rare. Religious against Islam arose only when conversions the...
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April 2, 2016 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
Should There Be Reservations? POINTS TO DEVELOP 1. Democracy basic principle is equality. 2.In India caste – based distinction are deeply entrenched. Allowed to an extent by the Constitution; but caste issues have increasingly tended to dominate the scene. ‘Class’ an d ‘caste’ distinctions are not easy to make in India . The Mandal Commission recommendations have drawn objections mainly on the grounds of merit being ignored and injustice to those...
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April 2, 2016 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विज्ञान की क्रांतिकारी उपलब्धियां जब भी विज्ञान शब्द की बात होती है लोग आधुनिक आविष्कारों के बारे में सोचने लगते हैं लेकिन इसका इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। विज्ञान प्रकृति के हर वस्तु में विद्यमान है। विज्ञान संसार की सबसे अनमोल उपलब्धि है। जब मानव विज्ञान से परिचित नहीं था, उसका जीवन पशु के समान था। मानव पशुओं की भांति जंगलों और गुफाओं में रहता था। भोजन के रूप में फल-फूल,...
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April 1, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
यदि मैं मुख्यमंत्री होता/होती वैसे तो मुझे राजनीति बिलकुल पसंद नहीं है लेकिन आज के परिप्रेक्षय में मैं अपने प्रदेश का मुख्यमंत्री बनकर अपने राज्य के लिए बहुत कुछ करना चाहता हूँ। मैं झारखंड जैसे खनन और प्राकृतिक धन-सम्पदा से परिपूर्ण राज्य का निवासी हूँ और ऐसे में अपने प्रदेश को पिछड़ा हुआ देखकर बहुत ही निराश हो जाता हूँ। अतः मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूँ। मैं मुख्य मंत्री ही इसलिए...
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April 1, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages11 Comments
महंगाईः एक समस्या महंगाई आज हर किसी के मुख पर चर्चा का विषय बन चुका है। विश्व का हर देश इस से ग्रसित होता जा रहा है। भारत जैसे विकासशील राष्ट्रों के लिए तो यह चिंता का विषय बनता जा रहा है। महंगाई ने आम जनता का जीवन अत्यन्त दुष्कर कर दिया है। आज दैनिक उपभोग की वस्तुएं हों अथवा रिहायशी वस्तुएँ , हर वस्तु की कीमत दिन-व-दिन बढ़ती और पहुँच...
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April 1, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
स्वाधीनता का अधिकार स्वाधीनता हर मनुष्य का जन्मसिद्ध अधिकार है। इसको पाने के लिए यदि मनुष्य को लड़ना भी पड़े तो सदैव तत्पर रहना चाहिए। पराधीनता वो अभिशाप है जो मनुष्य के आचार-व्यवहार उसके परिवेश, समाज, मातृभूमि और देश को गुलाम बना देते हैं, फिर चाहे तो कैसी भी गुलामी रही हो। पिंजरे में बंद पक्षी से अधिक आजादी और स्वच्छंदता का महत्व कौन समझ सकता है ? “पराधीन सपनेहूं सुख...
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April 1, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
श्री सुभाष चन्द्र बोस ‘‘एक करिश्माई व्यक्तित्व’’ सुभाषचन्द्र बोस भारत के महान देशभक्त थे। भारत के स्वतंत्रता के लिए संघर्षरत सेनानियों में जब भी गिनती की जाएगी, इन्हें सर्वोच्च स्थान प्राप्त होगा। अद्भुत देशप्रेम एवं निश्ठा के कारण समस्त विश्व में आज भी इन्हें बड़े सम्मान के साथ याद किया जाता है। भारतवासियों को ब्रिटिश शासकों के खिलाफ उनकी शक्ति का अहसास सर्वप्रथम इनके ही नेतृत्व में हुआ था। सुभाषचन्द्र बोस...
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April 1, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दीपावली दीपावली दीपों का त्योहार है। प्रतिवर्ष पूरे भारत सहित विश्व को कोने-कोने में हिन्दू धर्मावलम्बियों द्वारा इस पर्व को पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। इस त्योहार का हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्व है। इसे प्रकाश का त्योहार भी कहा जाता है। प्रतिवर्ष आश्विन मास की अमावश्या को दीप जलाकर और पटाखे छोड़ कर इसका आनंद लेते हैं। दीपावली क्यों मनाया हटा है इसके पीछे अनेक पौराणिक कथाएँ प्रचलित...
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April 1, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment