विद्दार्थी और फैशन रहने, खाने-पीने, वेशभूषा आदि में नई-नई रीतियों व ढंगों का अपनाया जाना ही फैशन है | अर्थात शारीरिक प्रसाधनो से समाज के समक्ष आत्म-प्रदर्शन करने को फैशन कहा जाता है | विभिन्न प्रकार की वेश-भूषा, केश –विन्यास व कपड़ो के नये-नये नमूने अपनाना ही आदुनिक फैशन को दर्शाने वाले है | फैशन को अपनाने के कुछ विशेष कारण है _ हिन् – भावना का होना, तथा आत्म –...
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February 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
विद्दार्थी और अनुशासन नियमबद्ध होकर और नियन्त्रण में रहकर कार्य करना अनुशासन कहलाता है अनुशासन दो प्रकार से होता है – (1) आत्मिक , (2) बाह्म | आत्मिक अनुशासन में मनुष्य अपनी आत्मा की प्रेरणा से अनुशासनबद्ध होता है | जबकि बाह्म अनुशासन का कारण भय , दण्ड तथा बाहरी दबाव व आदर्श होता है | इनमे से आत्मिक अनुशासन ही सर्वोत्तम माना जाता है | विद्दार्थी हो या कोई अन्य...
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February 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय किसान Bharatiya Kisan Best 5 Essays on ” Bharatiya Kisan” in Hindi Essay No. 1 भारतवर्ष एक कृषि प्रधान देश है | इस देश की 70% जनसंख्या गाँवों में रहती है तथा वह खेती करती है | ये लोग कृषक कहलाते है | यद्दपि ये कृषक भारतवर्ष की रीढ़ की हड्डी है तथापि वे निर्धन है | भारत के कृषक की दशा बहुत दयनीय है | वे कठिन परिश्रम करते...
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February 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages8 Comments
पत्र- वाहक (डाकिया) पत्र- वाहक डाक-विभाग से सम्बन्धित एक सरकारी कर्मचारी है जो विभिन्न क्षेत्रो में पत्रों का वितरण करता है | इसकी सेवाएँ देश में लिए बहुत आवश्यक व लाभदायक है | लगभग सारे देश में अनेको डाकघर है जहाँ पर अनेको पत्र-वाहक कार्यरत है | एक बड़े डाकघर का क्षेत्र विभिन्न इलाको में बंटा हुआ होता है और प्रत्येक इलाके के लिए प्राय : एक पत्रवाहक नियुक्त रहता है...
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February 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
जलप्रलय (बाढ़) का दृश्य Jalpralay, Badh ka Drishya निबंध नंबर :01 जल प्रकृति का वह तरल पदार्थ है जो मनुष्य के लिए जीवन स्वरूप है क्योकि न तो जल के बिना जीवन की रचना ही सम्भव है न ही जीवन उसके बिना रह सकता है | मनुष्य के अतिरिक्त धरती के अन्य छोटे – बड़े जिव, पेड़ – पौधे और वनस्पतियाँ आदि सभी का जीवन जल है | और यदि जल...
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February 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
हड़ताल Hadtal निबंध नंबर :-01 किसी भी संस्था के लोग जब किसी भी कारणवश सामूहिक रूप से कार्य करना बन्द कर देते है तो उसे हड़ताल कहा जाता है | यह वह प्रकिया है जो प्राय : अनाचार के विरोध से अथवा अधिकारों की मांग के लिए की जाती है | यह अधिकारों की मांग को पूरा करने का अमोघश्स्त्र है | आज के युग में जीवन का कोई ऐसा क्षेत्र...
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February 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सूचना प्रौद्दोगिकी कम्प्यूटरो और इन्टरनेट के इस दौर में सूचना प्रौद्दोगिकी सफलता की पर्यायवाची बन चुकी है | दूरसंचार , टेलीविजन, बैकिग , व्यवसाय , उद्दोग , विज्ञान, अनुसंधान व मनोरंजन के क्षेत्रो में इसका प्रभुत्व कायम हो चुका है अब अन्य क्षेत्रो में भी यह स्वय को सिद्धहस्त सिद्ध कर देगी, ऐसा हमारा विचार है | ई.मेल और ई. कामर्स सूचना प्रौद्दोगिकी के नये रूप है | इन्टरनेट के द्वारा...
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February 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अकाल Akal निबंध नंबर :-01 दुर्भिक्ष या अकाल सब तरह के अभाव की स्थिति को कहा जाता है। आम मनुष्यों के लिए खाने-पीने की पीने की वस्तुओं का अभाव, पशुओं के चारे-पानी का अभाव ही सामान्य रूप से अकाल या दुर्भिक्ष कहा जाता है। दुर्भिक्ष का कारण यदि अभाव है, तो उस अभाव कारण क्या हो सकता है, सोचने-विचारने की बात है। ऐसा भी कहा-सुना जाता कई बार बनावटी कारणों से...
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February 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment