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Hindi Letter “Schools me Senya Shiksha Anivarya karne ke sambandh me Sampadak ko patra ”, “विद्यालयों में सैन्य शिक्षा अनिवार्य करने के संबंध में संपादक को पत्र”

विद्यालयों में सैन्य शिक्षा अनिवार्य करने के संबंध में संपादक को पत्र

परीक्षा भवन

दिनांक……

सेवा में,

मुख्य कार्यकारी सम्पादक,

राष्ट्रीय सहारा,

नोएडा।

विषय : सैन्य शिक्षा अनिवार्य करने के संबंध में

महोदय,

भारत आज अंदरूनी और बाहरी खतरों से जूझ रहा है। इस संबंध में कहना चाहता हूँ कि 10+ 2 के छात्रों के लिए सैनिक शिक्षा अनिवार्य कर देनी चाहिए। इसे पाठ्यक्रम में अनिवार्य विषय बना देना चाहिए। अगर स्कूली जीवन से ही सैनिक शिक्षा दी जाएगी तो छात्र कॉलेज स्तर पर जाकर इसके प्रति रुचि दिखाएंगे। अनिवार्य शिक्षा से पढ़ाई खत्म करते ही देश को युवा सैनिक प्राप्त होंगे। वे शीघ्र सैनिक अधिकारियों की ओर से दिए गए प्रशिक्षण में पारंगत हो जाएंगे और सीमा पर देश की रक्षा के लिए तैनात हो जाएँगे। भारत चारों ओर शत्रुओं से घिरा है। एक ओर सीमा पर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ अघोषित युद्ध छेड़ रखा है तो दूसरी और चीन आँखें दिखा रहा है। अब तो बांग्लादेश, श्रीलंका और म्यांमार भी हमारे शत्रु हैं। पाकिस्तान देश में सुनियोजित आतंकवादी हमले करवा रहा है। पठानकोट का हमला जीता-जागता उदाहरण है। चीन भी पिछले दो वर्षों में सैकड़ों बार भारतीय सीमा का उल्लंघन कर चुका है। उसने तो हमारी सीमा में घुसकर चौकियाँ बना ली हैं। हमारी सेना में सैनिकों की बहुत आवश्यकता है। पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रायः छात्र जीवन के विभिन्न क्षेत्र चुन लेते हैं, सेना की ओर कम ध्यान देते हैं। ऐसे में छात्रों में सैत्य जीवन के प्रति रुचि उत्पन्न करने के लिए स्कूली स्तर पर ही अनिवार्य सैनिक शिक्षा पाठ्यक्रम में जोड़ देनी चाहिए। यह बहुत उपयोगी रहेगी।

धन्यवाद।

भवदीय

सुजान सिंह,

मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश।

 

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