Hindi Essay/Paragraph/Speech on “मैकियावेली ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
मैकियावेली
इटली : अपने युग का शिशु
जन्म : 1469 मृत्यु : 1527
यूरोप के महान कूटनीतिज्ञ एवं राजनीतिज्ञ निकोलो मैकियावेली का जन्म सन् 1469 में इटली में हुआ था। वह फ्लोरेस शहर का रहने वाला था। कई सचिव व मंत्री पदों पर कार्य कर उसने कई शासकों से संबंध स्थापित किया। वह लॉरन्जो द मेडिसी और उसके परिवार का हितैषी था। सन् 1502 में उसका विवाह मारिएत्ता कोर्सिनी से हुआ। ‘द प्रिंस’ और ‘डिसकोर्स ऑन द फर्स्ट डिकेड ऑफ टिटो लिवी’ मैकियावेली के महान ग्रंथ हैं। उसका अंतिम समय उपेक्षा, बीमारी व गरीबी में बीता। 31 वर्ष की आयु में वह चल बसा।
राजनीति शास्त्र में ‘राज्य’ मैकियावेली के माध्यम से ही प्रचलन में आया। उसने राजनीति शास्त्र में ‘धार्मिक’ के स्थान पर ‘ऐतिहासिक’ प्रणाली का उपयोग किया। मैकियावेली के साथ ही मध्ययुगीन राजनैतिक समीकरणों की समाप्ति एवं ‘पुनर्जागरण’ दौर की शुरुआत होती है। इसलिए मैकियावेली राजनीति शास्त्र में काफी
महत्त्वपूर्ण हो जाते हैं।
मैकियावेली के दर्शन में फ्लोरेंस के पुनर्जागरण और इतिहास की झलक दिखाई देती है। उसने एक संगठित राज्य व शक्तिशाली राजा की कल्पना प्रस्तुत की है। वह राजनीति को धर्म से अलग शास्त्र मानता था। उसने राज्य को संगठित एवं बलशाली बनाए रखने के लिए शासक को सभी उचित-अनुचित मार्ग एवं साधन अपनाने की सलाह दी। उसके अनुसार, ‘धर्म’ ‘राजनीति’ का सेवक है। अपने युग का शिशु’ कहे जाने वाले मैकियावेली का इटली के इतिहास में कुछ-वैसा ही स्थान है, जैसा भारतीय इतिहास में चाणक्य का।