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Archive by category "Hindi (Sr. Secondary)" (Page 263)
नशाबंदी Nasha Bandi नशा अर्थात् मादक पदार्थों के सेवन से प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति ग्रसित है। यहाँ तक कि अब महिलाओं में भी यह प्रवृत्ति घर करती जा रही है। वैसे तो इसका सेवन विश्व भर में हो रहा है पंरतु भारत में यह दर्द बनकर व्याप्त है। प्रतिदिन घटित घटनाओं से इसकी कुरीतियों और दुष्परिणामों की जानकारी प्राप्त होती है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि हमारी आधुनिक सभ्यता की...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
भारत की सामाजिक समस्याएँ Bharat ki Samajik Samasyayen भारत एक विशाल देश है जहाँ विभिन्न धर्मों, जाति व वेश-भूषा धारण करने वाले लोग निवास करते हैं। दूसरे शब्दों में, अनेकता मे एकता हमारी पहचान और हमारा गौरव है पंरतु अनेकता अनेक समस्याओं की जननी भी है। जाति, भाषा, रहन-सहन व धार्मिक विभिन्नताओं के बीच कभी-कभी सामंजस्य स्थापित रखना दुष्कार हो जाता है। विभिन्न धर्मों व संप्रदायों के लोगों की विचारधाराएँ भी...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
आधुनिक सामाजिक समस्याएं Aadhunik Samajik Samasyayen प्रस्तावना – सामाजिक समस्या का अर्थ-मनुष्य अथवा समूहों के व्यवहार से उत्पन्न दशाएं ज़ो बुनियादी सामाजिक मूल्यों के लिए चुनौती है तथा जिस चुनौती के प्रति सचेत होकर समाज के बहुसंख्यक लोग अपेक्षित रचनात्मक कार्य करने की आवश्यकता का अनुभव करते हैं, वे ही सामाजिक समस्याएं कही जाती हैं। समाज की समस्याए-आधुनिक युग में हमारे समाज मेंअनेक प्रकार की समस्याएं हैं, जो इस प्रकार हैं...
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December 12, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत : वर्तमान और भविष्य Bharat : Vartman aur Bhavishya प्रस्तावना – भारत एक महान् देश है। इसकी सभ्यता और संस्कृति सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है। प्राचीन काल में इस देश को ‘सोने की चिड़िया कहा जाता है। अंग्रेजों से स्वतन्त्र होने के बाद भारत में तीव्र गति से विकास हुआ है। देश ने बहुत उन्नति की और चारों ओर अपना परचम लहराया। भारत के विकास तथा उन्नति के लिए दिन-प्रतिदिन...
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December 12, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी Hamari Rashtriya Bhasha Hindi प्रस्तावना – राष्ट्रभाषा से आशय उस भाषा से है जो किसी भी देश में सर्वाधिक बोली, समझी व लिखी जाती है। विश्व के प्रत्येक देश में अनेक जातियों, धर्मों व भाषाओं के बोलने वाले लोग निवास करते हैं। हर देश की राष्ट्रीय एकता को मजबूत एवं विकसित करने के लिए एक ऐसी भाषा का प्रयोग किया जाता है, जिसे राष्ट्र के नागरिक सरलता...
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December 12, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
सारे जहां से आच्छा हिन्दोस्तान हमारा Sare Jahan Se Acha Hindostan Hamara निबन्ध नंबर :- 01 प्रस्तावना – भारत देश सभी भारतवासियों के लिए स्वर्ग के समान सुन्दर है। इसने हमें जन्म दिया है। इसकी गोद में पलकर हम बड़े हुए हैं। इसके अन्न-जल से हमारा पालन-पोषण हुआ है, इसलिए हमारा कर्तव्य है कि हम इससे प्यार करें तथा इसकी रक्षा के लिए हुम अपने प्राणों की आहुति भी दे दें।...
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December 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
हमारा देश Hamara Desh प्रस्तावना – हमारा देश भारत है। भारत देश में अनेकानेक मानव प्रजातियों का संगम हुआ है। भारत आर्य, यूनानी, शक, हूण, और तुक प्रजातियों का शरण स्थल रहा है। इन समुदायों ने भारतीय सभ्यता के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। । भौगोलिक स्थिति – भारत उत्तर में हिमलाय से लेकर दक्षिण में समुद्र तक फैला हुआ है। इसका नाम राजा “भरत” के नाम...
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December 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरा विद्यालय Mera Vidyalaya Essay No. 01 प्रस्तावना – विद्यालय विद्वता का पवित्र स्थान होता है। इसे ‘मां भगवती सरस्वती का मन्दिर’ कहा जाता है। मैं चन्दौसी (मुरादाबाद) के बी०एम० कॉलेज में पढ़ता हूं। मेरा आदर्श विद्यालय एक कॉलोनी के माकेंट के पास स्थित है। यह शोरगुल से । दूर है एवं एक ऊंची चारदीवारी से घिरा हुआ है। इस स्कूल में पचास कमरे और एक बड़ा खेल का मैदान है।...
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December 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment